ब्रिटेन की राजकुमारी केट मिडिलटन तीसरी बार प्रेग्नेंट हैं। वे इन दिनों हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम जैसी बीमारी से जूझ रही हैं। इस बीमारी के कारण पिछले दिनों काफी परेशानी सहनी पड़ी थी। वैसे एचजी को सामान्य भाषा में मॉर्निंग सिकनेस कहते हैं। प्रेग्नेंसी के दौरान शुरूआती समय ऐसा होना सामान्य है। इस दौरान जी मचलाना, चक्कर आना, उल्टियां होने की शिकायत ज्यादा रहती है।
विशेषज्ञों के अनुसार 70-80 फीसदी महिलाओं को इसकी शिकायत होती है। लेकिनहर महिला को अलग-अलग तरह से इसका सामना करना पड़ता है। हाल ही में अमेरिका में इसे लेकर हुई एक रिसर्च में ये सामने आया है कि वहां के हॉस्पीटल्स में तकरीबन 60 हजार से ज्यादा महिलाएं इस मामले को लेकर पहुंची। स्त्री रोग विशेषज्ञ डॉ.सीमा गुप्ता के अनुसार वैसे इस बीमारी के लक्षण गर्भावस्था के 4 से 6 महीनों के बीच दिखाई देते हैं। ये समस्या भी तभी उभरती है। हालांकि कुछ महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान पूरे नौ महीने इस समस्या से जूझना पड़ता है।
एचजी को रोकने के लिए तो कोई उपाय नहीं है, लेकिन इस स्थिति के आने पर कुछ बातों का ध्यान रखना पड़ता है।
क्या होता है मार्निग सिकनेस और हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम में अंतर
- मार्निग सिकनेस में उबकाई और उल्टी की समस्या होती है लेकिन एचजी में दिन में तीन से चार बार भारी उल्टी की शिकायत रहती है।
- मार्निग सिकनेस में उल्टी की शिकायत 12 हफ्ते में खत्म हो जाती है जबकि एचजी में ऐसा नहीं होता है। एचजी में पूरी गर्भावस्था के दौरान भारी उल्टी की शिकायत रहती है है।
- मार्निग सिकनेस के कारण होने वाली उल्टी से डिहाईड्रेशन की शिकायत नहीं होती है, वहीं एचजी यह गंभीर हो जाता है।हाइपरमेसिस ग्रेविडेरम के लक्षण
-उबकाई और भारी उल्टी
-खाने मे कमी
-प्रेग्नेंसी से पहले वजन में कमी
-पेशाब में कमी
-डिहाईड्रेशन
-सिरदर्द
-बेहोशी
-पीलिया
-जरूरत से ज्यादा थकान
-लो ब्लड प्रेशर