दिल्ली विश्वविद्यालय शिक्षक संघ के चुनाव में इस बार भी वामपंथी पक्ष का ही बोलबाला रहा है, कल आधी रात बाद आये चुनाव नतीजों के अनुसार वाम समर्थित डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट(डीटीएफ) के उम्मीदवार राजीव रे विजयी रहे। किरोड़ीमल काॅलेज में दर्शनशास्त्र के प्राध्यापक श्री राजीव रे ने भाजपा समर्थक नेशनल डेमोक्रेटिक टीचर्स फ्रंट(एनडीटीएफ) के श्री वी एस नेगी को 261 मतों से पराजित कर अध्यक्ष पद हासिल किया। इस चुनाव में वामपंथियों का दबदबा लगातार तीसरी बार कायम रहा है। इससे पहले वामपंथी उम्मीदवार नंदिता नारायण लगातार दो बार से अध्यक्ष थीं। गत चुनाव में उन्होंने श्री नेगी को हराया था।
इस पूरे चुनाव और अपनी जीत के संबंध में बात करते हुए श्री राजीव रे ने कहा कि इस चुनाव में प्रगतिशील लोकतांत्रिक ताकतों की जीत तो हुई है और उन ताकतों की हार हुई है जो विश्वविद्यालय में आतंक और हिंसा का माहौल बना कर अभिव्यक्ति की आज़ादी तथा विचार विमर्श की परंपरा को ख़त्म करना चाहते हैं। श्री रे ने आरोप लगाते हुए कहा कि इन ताकतों को सत्ता का संरक्षण प्राप्त है। उन्होंने कहा कि उनकी लड़ाई शिक्षा के निजीकरण तथा केन्द्र द्वारा अनुदान में कमी के खिलाफ रहेगी और पांच सितंबर को शिक्षक दिवस पर जेल भरो अभियान जारी रहेगा।
विश्वविद्यालय के चुनाव अधिकारी प्रोफेसर उज्ज्वल कुमार सिंह के अनुसार चुनाव में कुल 7386 मत पड़े जबकि कुल मत 9682 थे जिनमे से 377 मत अवैध रहे। इन मतों में से राजीव रे को 2636 मत मिले जबकि श्री नेगी को 2575 मतों से ही संतोष करना पड़ा। एकेडमिक फ़ॉर एक्शन एंड डेवलपमेंट (एएडी)के समर्थित उम्मीदवार सुरिंदर सिंह राणा तीसरे स्थान पर रहे, उन्हें मात्र 1930 मत मिले।
डूटा की 15 सदस्यीय कार्यकारिणी में एनडीटीएफ को 4 तथा एएडी को भी 4 सीटें मिली हैं जबकि डीटीएफ को 3 सीटें मिली हैं। इंटेक को दो, यूटीएफ (यूनाइटेड टीचर्स फ्रंट) को एक और समाजवादी शिक्षक फ्रंट को एक सीट मिली हैं । इस चुनाव में कुल 19 उम्मीदवार मैदान में थे।
इंटेक को दो, यूटीएफ (यूनाइटेड टीचर्स फ्रंट) को एक और समाजवादी शिक्षक फ्रंट को एक सीट मिली हैं । इस चुनाव में कुल 19 उम्मीदवार मैदान में थे। चुने गए सदस्यों में सुनील शर्मा, मिठुराज धुसिया, आलोक रंजन पाण्डेय, अनिल शर्मा, सुधांशु कुमार, विश्वजीत मोहंती , पूजा वशिष्ठ , नजमा रहमानी, अशोक कुमार यादव, विश्वराज शर्मा, रूबी मिश्र, रविकांत , विवेक चौधरी , प्रेमचंद तथा सुरेन्द्र कुमार शामिल हैं।