अब जींस और लैगिंग्स नहीं पहन सकती लड़कियां, पढ़ें क्यों
तिरुवनंतपुरम। अब जींस और लैगिंग्स नहीं पहन सकती हैं लड़कियां। दरअसल लड़कियों की सुरक्षा के नाम पर तिरुवनंतपुरम मेडिकल कॉलेज ने नया तालिबानी फरमान जारी किया है। अभी जो नया ड्रेस कोड जारी हुआ है उसमें लैगिंग और स्कर्ट पहनने पर प्रतिबंध लगाते हुए फॉर्मल कपड़े पहनने को कहा गया है। वहीं एक न्यूज पोटल के अनुसार महिला अध्यापकों को आधिकारिक फंक्शन के दौरान हरे रंग का ब्लाउज पहनने के लिए जारी सर्कुलर से विवाद खड़ा हो गया है। जिसके चलते ही राज्य सरकार ने शिक्षा विभाग के कए अधिकारी को निलंबित कर दिया है।
खबरों के अनुसार सर्वशिक्षा अभियान के जिला परियोजना अधिकारी केएम अय्यर को सर्कुलर जारी करने के लिए निलंबित कर दिया गया है। कुछ शिक्षक संघों ने आरोप लगाया है कि इसके पीछे राजनीतिक निहितार्थ हैं। कारण हरा रंग भारतीय यूनियन मुस्लिम लीग के झंडे का रंग है, जिसके सदस्य शिक्षा मंत्रालय में कार्यरत हैं। सर्कुलर में महिला अध्यापकों को इरनाकुलम के एसएसए परियोजना से जु़ड़े उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल होने के लिए हरे रंग का ब्लाउज पहनने का निर्देश दिया गया था। हालांकि शिक्षा मंत्री पीके अब्दुल रब के कार्यालय ने स्पष्ट कर दिया है कि विभाग का सर्कुलर से कोई संबंध नहीं है। मंत्री ने शिक्षा विभाग के सचिव को अधिकारी के खिलाफ कार्रवाई करने और मामले की जाच कराने का आदेश दिया है।
वहीं दूसरी तरफ सूत्रों के अनुसार तिरूवंतपुरम गर्वमेंट कॉलेज के प्राचार्य ने परिपत्र जारी किया है जिसमें लिखा है कि कॉलेज में लड़कियां चूड़ीदार और साड़ी पहनकर आएं जबकि लड़के फॉर्मल ड्रेस पहनें। यहां यह उल्लेख जरुरी है कि यह पहला कॉलेज नहीं है जहां इस तरह का आदेश जारी किया गया हो। इसके पूर्व मदुरै के मेडिकल कॉलेज ने भी इसी तरह का ड्रेस कोड लागू किया था। उस समय मदुरै कॉलेज ने भी छात्रओं के स्कर्ट और लैगिंग पहनने पर रोक लगाते हुए लड़कों को फॉर्मल ड्रेस में आने के लिए कहा गया था।