शिवराज का खुलासा, इमरजेन्सी के दौरान पड़ी थी मार
- - Advertisement - -
मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने सोमवार को एक खुलासा किया। सिंह के मुताबिक, जब देश में आपातकाल लागू हुआ था उस समय पुलिस ने उन्हें गिरफ़्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद पुलिस उन्हें थाने ले गई थी और वहां पर उन्हें मारा था। सिंह ने यह खुलासा सोमवार को इंदौर में आयोजित अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 62 वें राष्ट्रीय अधिवेशन में कही।
बता दें कि देवी अहिल्या की नगरी इंदौर में एबीवीपी की ओर से चार दिनों के लिए एक सेशन का आयोजन किया गया है। सोमवार को इस अधिवेशन का तीसरा दिन था। सिंह ने इस कार्यक्रम में देशभर से आएं युवाओं को संबोधित करने के लिए पहुंचे थे। प्रोग्राम में सिंह के साथ राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के दिग्गज नेता सुरेश सोनी और एबीवीपी के राष्ट्रीय संगठन मंत्री सुनील आम्बेकर, शशिरंजन और रोहिन राय भी मौजूद थे। मालूम हो कि मध्यप्रदेश सीएम भी एबीवीपी के सदस्य रह चुके हैं।
सीएम ने कहा, ‘परिषद में रहकर ही मैंने सारे काम सीखे’
इस दौरान सीएम ने बताया कि, विद्यार्थी परिषद में रहने के कारण ही मैंने सारे काम सीखे। मैं एबीवीपी का संगठन मंत्री रह चुका हूं। मैंने यहां टीम वर्क सीखा, यह अब भी काम आ रहा है। इसके साथ ही सीएम ने अपने युवावस्था की पुरानी यादें भी ताजा की। उन्होंने बताया कि जब वे एबीवीपी के सदस्य थे उस वक्त वह नारे लगाते हुए कहते थे, ‘अगली चोट करारी है, अगली सीट हमारी है।’ सीएम ने आगे कहा कि एबीवीपी के कार्यक्रम में आओ तो ऐसा लगता है कि ससुराल से मायके आ गया हूं।
- - Advertisement - -