पर्रिकर पर खड़े हुए सवाल, किस तरह का सबक सिखाना चाहते है
नई दिल्ली। अभिनेता आमिर खान का नाम लिए बगैर उन पर रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर की ओर से की गई टिप्पणी को लेकर सोमवार को संसद में जमकर हंगामा हुआ। विपक्ष ने पर्रिकर को निशाने पर लिया और पूछा कि वह देश के अल्पसंख्यकों को किस तरह का सबक सिखाने की बात कर रहे हैं। राज्यसभा में नेता प्रतिपक्ष गुलाम नबी आजाद ने कहा, मैं पूछना चाहता हूं कि वो किस तरह का पाठ पढ़ाने की बात कर रहे हैं। पूरे देश को पता लगना चाहिए कि पर्रिकर देश के अल्पसंख्यकों को किस तरह का सबक सिखाना चाहते हैं। रक्षा मंत्री का बयान अल्पसंख्यकों के लिए किसी धमकी से कम नहीं है। देश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा सुनिश्चित होनी चाहिए। शरद यादव ने कहा, ये पूरे समुदाय को धमकाने की बात है। पर्रिकर देश के रक्षा मंत्री हैं। इस तरह के बयान से वे किसकी रक्षा कर रहे हैं।
सीपीएम सांसद सीताराम येचुरी ने कहा, रक्षा मंत्री डर का माहौल पैदा कर रहे हैं। कल क्या आप मुझे डराएंगे? क्या आप कहेंगे कि इसका सामाजिक बहिष्कार करेंगे? ये कैसे रक्षा मंत्री हैं? ये किसकी रक्षा कर रहे हैं? ये रक्षा मंत्री होते हुए भी असुरक्षा फैला रहे हैं। मायावती ने कहा कि जब से केन्द्र में भाजपा के नेतृत्व में सरकार बनी है,धार्मिक अल्पसंख्यक समाज खासतौर पर मुस्लिम अल्पसंख्यकों को निशाना बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री अपने मंत्रियों पर लगाम क्यों नहीं कसते। मंत्री मुस्लिमों के बारे में, दलितों के बारे में जिस तरह की भाषा बोलते हैं, उस पर प्रधानमंत्री को सदन में आकर सफाई देनी चाहिए।
तृणमूल कांग्रेस के डेरेक ओ ब्रायन ने सांप्रदायिक हिंसा का मसला उठाते हुए आरोप लगाया कि एक दो बार की हिंसा तो गलत हो सकती है लेकिन अब ऐसा लगता है कि ऐसा किसी फैसले के तहत हो रहा है। अपनी सफाई में पर्रिकर ने कहा, सदस्य पहले वीडियो देखें, उसके बाद ही किसी भी तरह के नतीजे पर पहुंचे। मैंने किसी का नाम नहीं लिया है और न ही किसी को धमकाया है। मैंने किसी का नाम नहीं लिया और न ही किसी को धमकाया है। मीडिया रिपोर्ट पर न जाएं।
इस पर सपा नेता रामगोपाल यादव ने कहा,मैंने वीडियो देखा है,ये किस तरह का पाठ हमें पढ़ाने की बात कर रहे हैं। ये रक्षा मंत्री हैं, किस तरह की रक्षा कर रहे हैं। ये सीधे सीधे अल्पसंख्यकों को धमकाने की बात है। पर्रिकर ने 30 जुलाई को पुणे में आयोजित एक कार्यक्रम में आमिर खान का नाम लिए बगैर टिप्पणी की थी। उन्होंने कहा था, देश के खिलाफ बोलने वाले किसी भी शख्स को सबक सिखाया जाना चाहिए जैसे कि एक अभिनेता और एक ऑन लाइन ट्रेडिंग कंपनी को सबक सिखाया गया था। कहा जा रहा है कि इस टिप्पणी के जरिए पर्रिकर ने आमिर खान पर निशाना साधा था।