हम सभी कहीं भी जाना दूर जाना होता है तो ट्रेन का यूज करते हैं क्योंकि ट्रेन हमें बस के मुकाबले जल्दी और सुविधाओं के साथ पहुंचा देती है और ट्रेन का किराया भी बस के मुकाबले काफी कम होता है। लेकिन अभी हम आपको ट्रेन की जानकारी नहीं देने वाले है, हम आपको यहां ट्रेन के इंजन की जानकारी देने वाले हैं। आपने ट्रेन का इंजन तो देखा ही होगा। सबसे आगे उस पर एक नंबर लिखा होता है जिसमें अल्फाबेट और संख्याएं होती है। कभी आपने गौर किया कि ये नंबर क्यों इंजन में लिखा जाता है। नहीं न तो हम आपको बताने वाले हैं इसी नंबर के बारे में।
दरअसल ट्रेन के इंजन के आगे नंबर लिखा होता है डब्लयू डी एम 3 ए और भी इस तरह के कई नंबर्स होते हैं जो अलग-अलग इंजन पर लिखे होते हैं। दरअसल आम यात्रियों को भले ही इससे कोई फर्क न पड़े कि इस पर नंबर लिखे होने का क्या मतलब है लेकिन हम आपको बताते हैं कि इसी नंबर के आधार पर इंजनों की कैटेगरी को अलग किया जाता है। दरअसल इस इंजन की जानकारी इस नंबर में ही छुपी होती है। ये पूरा नंबर आपको इस इंजन के बारे में पूरी जानकारी दे सकता है।
ये रेल्वे द्वारा दिए हुए कोड होते हैं जिनसे कि इंजन की कैटेगरी का विभाजन होता है जैसे कि इंजन डीजल भी होते हैं और इलेक्ट्रॉनिक भी होते हैं और कुछ दोनों से भी चलते हैं तो इसी तरह के इंजन को ये नंबर अलग-अलग भागों में बांटता है। आप भी इन नंबरों के बारे में जानकर इंजन की पूरी जानकारी पता कर सकते हैं, तो आइए आपको बताते है इस खास नंबर का राज.
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