अब 8 लैंग्वेज में दे पाएंगे NEET के पेपर,इन बदलावों से भी रहें अपडेट
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नई दिल्ली। देश के मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन के लिए होने वाली प्रवेश परीक्षा नेशनल एलिजिबिलिटी कम एंट्रेंस टेस्ट (नीट) अगले साल से हिन्दी अंग्रेजी साहित 8 भारतीय भाषाओं में आयोजित की जाएगी। स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय की ओर से कहा गया है कि नीट परीक्षा की प्रणाली के बारे में राज्य सरकारों से बातचीत की गई। इसके बाद यह निर्णय लिया गया है कि नीट-यूजी हिन्दी, अंग्रेजी सहित 8 भाषाओं में आयोजित किया जाएगा।
इसके अलावा नीट के लिए क्वालिफाई करने वाले उम्मीदवार अन्य पात्रता मानदंड की शर्त पर ही विभिन्न संस्थानों में एडमिशन के लिए एलिजिबल होंगे। चिकित्सा शिक्षा के संयुक्त सचिव एके सिंघल ने कहा है कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की राज्य के स्वास्थ्य मंत्रालयों के साथ सहयोगात्मक प्रयासों के कारण यह निर्णय सामने आया है ताकि राज्य बोर्ड परीक्षा में शामिल होने वाले छात्रों को समता पर लाया जा सके।
इन आठ भाषाओं में होंगे नीट के पेपर
देश के सरकारी और गैर सरकारी मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन का सिंगल एंट्रेंस होगा। इसकी तैयारी शुरू कर दी गई है। सीबीएसई के मुताबिक नीट के पेपर हिंदी और अंग्रेजी के साथ गुजराती, मराठी, तमिल, तेलगु, बंगाली और असमिया में भी कराए जाएंगे।
बिना आधार कार्ड के नहीं दे सकेंगे मेडिकल की परीक्षा
सीबीएआई ने ज्वाइंट एंट्रेंस एग्जाम की तर्ज पर नीट 2017 में भी आधार नंबर को अनिवार्य करने का मन बना लिया है। बिना आधार कार्ड के नीट के लिए आवेदन नहीं किया जा सकेगा। बोर्ड तकरीबन सभी परीक्षाओं में आधार कार्ड को अनिवार्य बनाने जा रहा है। नीट के अलावा जेईई, यूजीसी-नेट कैट आदि में भी बिना आधार कार्ड के आवेदन नहीं कर पाएंगे।
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