अगर आपको डायबिटीज है, तो खून में शुगर की मात्रा चैक करना आपकी जिन्दगी का हिस्सा होगा। सभी ऐसे डायबिटिक पेशंट लगभग ऐसा ही करते हैं। लेकिन अगर आपसे कहा जाए कि एक ऐसी फैशन डिजाइनर ने अपने शुगर टेस्ट के रिजल्ट को अपने डिजाइन किए हुए कपड़ों में इस्तेमाल किया, तो आपको शॉक जरूर लगेगा, लेकिन ये सच है। फैशन डिजाइनर पोपी नाश ने कुछ ऐसा ही करिश्मा कर दिखाया है।
पोपी नाश को छह साल की उम्र में टाइप वन डायबिटीज हो गई थी। इतनी छोटी उम्र में डायबिटीज होने के बाद उनकी जिन्दगी पूरी तरह से बदल गई थी। दिन में कई बार उन्हें खून में शुगर का टेस्ट करना होता था। साथ ही इंसुलिन का इंजेक्शन भी लगाना होता था। तभी नाश को एक क्रिएटिव आइडिया आया और वह उस अपने घर से ग्लास्गो स्कूल ऑफ आर्ट में कम्यूनिकेशन डिजाइन में पढ़ाई करने गई थीं। यहां उन्होंने टेक्सटाइल फील्ड में एडमिशन लिया और स्क्रीन प्रिंटिंग करना सीख लिया।
नाश ने अपने शुगर के नतीजों को इकट्ठा किया और उन्हें प्रिंट करना शुरू कर दिया और इस मकसद के लिए कपड़े को ऐसे डिजाइन किया कि वह पहनने के काबिल हो जाएं। नाश के अनुसार उन्होंने अपने ख़ून को बुनना शुरू कर दिया। वह कहती हैं कि इसमें कोई शक नहीं है कि उनका काम डराने वाला है लेकिन वह इस हकीकत का सामना करती हैं और ये उन्हें बताता है कि अगर आप अपना खयाल नहीं रखेंगे तो नतीजे क्या हो सकते हैं।
वह इस वक्त टेक्स्टाइल, कपड़ों और परिधानों पर काम कर रही हैं और उनको प्रदर्शनियों में भेजती हैं लेकिन उन्हें यकीन है कि एक दिन उनके कपड़ों के डिजाइन का कलेक्शन होगा। उनका कहना है कि उन्हें बहुत खुशी होगी कि लोग उन्हें पहनें और डायबिटीज की कहानी बयान करें जिसके बारे में वह जानते भी नहीं। नाश अब भी अपना खून में शुगर मशीन से चेक करती हैं और उससे उन्हें रचनात्मकता दिखाने का मौक़ा भी मिल रहा है। वह कहती हैं कि वे अपने इस नए इनोवेशन से बहुत खुश हैं, क्योंकि उन्हें एक ऐसी चीज से कुछ अलग तरह के कपड़े बनाने का मौका मिला है। उन्हें यकीन है कि आगे चलकर उनका ये आइडिया जरूर सफल होगा।