क्रिकेट वल्र्डकप के बाद अब आईसीसी ने टीम इंडिया की कप्तान मिताली राज को आईसीसी महिला विश्वकप टीम का कप्तान नियुक्त कर दिया है। सोमवार को आईसीसी ने टूर्नामेंट की टीम की घोषणा की, जिसमें मिताली राज को टीम की कप्तानी सौंपी गई है।
भारत को विश्वकप के फाइनल तक पहुंचाने के बाद मिताली राज को फिर से कप्तानी के लिए चुना गया है। भले ही फाइनल में लॉड्र्स के मैदान पर भारत इंग्लैंड से नौ रनों से हार गया हो, बावजूद इसके महिला टीम फाइनल तक पहुंची ये तारीफ के काबिल है। मिताली की लीडरशिप क्वालिटी और उनके निर्णय लेेने की क्षमता के चलते उन्हें एकबार फिर कप्तानी करने का मौका मिला है।
मिताली के पहले कुछ स्कोरों पर नजर डालें तो उन्होंने 30 दिवसीय टूर्नामेंट के दौरान 409 रन बनाए। वहीं डर्बी में न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने क्वार्टर फाइनल में उन्होंने बेहतर प्रदर्शन किया था। टूर्नामेंट में उनके अन्य स्कोर इंग्लैंड के खिलाफ डर्बी में टूर्नामेंट की शुरूआती मैच में 46, टौंटन में वेस्टइंडीज के खिलाफ 46, डर्बी में श्रीलंका के खिलाफ 53 और ब्रिस्टल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 69 रनों का योगदान दिया।
मिताली के अलावा ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ नाबाद 171 रन की विस्फोटक पारी खेलने वाली ऑलराउंडर हरमनप्रीत कौर और दीप्ति शर्मा को भी 12 सदस्यों की टीम में शामिल किया गया है। भारत के अलावा विश्व चैंपियन इंग्लैंड की पांच खिलाडिय़ों अैमी ब्यूमौंट , अन्या श्रबसोल, सारा अेलर, एलेक्स हार्टले और नताली शिवर को भी आईसीसी विश्वकप में मौका दिया गया है। इसके अलावा दक्षिण अफ्रीका की तीन खिलाड़ी वॉल्वा वोल्वार्ट, मारिजेन काप, डेनवेन निकर्क और ऑस्ट्रेलिया की एक खिलाड़ी एलिस पैरी को टीम में शामिल किया गया है। 7 विकट पर 369 रन स्कोर करने वाली इंग्लैंड की नतालिया स्कीवर को आईसीसी में 12वें खिलाड़ी के रूप में चुना गया है। बता दें कि मिताली और टेलर को 2009 में सिडनी में हुए आर्ईसीसी वुमन्स वल्र्डकप 2009 के लिए चुना गया था।