प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वॉशिंगटन में भारतीय समुदाय को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और विदेश मंत्रालय की खुले मन से तारीफ की। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज हर ट्वीट का जवाब 15 मिनट में देती हैं भले ही वह ट्वीट रात को 2 बजे ही क्यों ना किया गया हो। उन्होंने कहा कि सुषमा स्वराज और उनके मंत्रालय ने सोशल मीडिया का इस्तेमाल बहुत ही बेहतर तरीके से लोगों की मदद के लिए किया है। सुषमा के नेतृत्व में विदेश मंत्रालय ने दुनिया के किसी भी कोने में फंसे भारतीय की मदद की है। बता दें कि सुषमा स्वराज ट्विटर पर काफी एक्टिव रहती हैं।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय से जो भी मदद के लिए गुहार लगाता है मंत्रालय 24 घंटे में कार्रवाई कर देता है। विदेश मंत्रालय की तारीफ करते हुए पीएम ने कहा कि विदेशों में फंसे 80 हजार हिन्दुस्तानियों को बचाया गया है। पीएम ने विदेश मंत्रालय के काम को गुड गवर्नेंस का नमूना बताया है।
मोदी ने सुषमा की तारीफ करते हुए कहा, ‘सोशल मीडिया बहुत ताकतवर हो गया है। मैं भी इससे जुड़ा हुआ हूं, लेकिन विदेश मंत्रालय और सुषमा स्वराज ने हमें दिखाया है कि सोशल मीडिया के इस्तेमाल से विभाग अपने कामकाज व प्रदर्शन को किस तरह और बेहतर कर सकता है।’ PM ने कूटनीति को मानवीय पहलू देने के लिए और सोशल मीडिया का बखूबी इस्तेमाल कर लोगों को अच्छा प्रशासन मुहैया कराने के लिए सुषमा की बहुत प्रशंसा की।
उन्होंने कहा कि विदेश मंत्रालय अब गरीब से भी गरीब आदमी के साथ जुड़ा हुआ है और उसतक पहुंच रखता है। मोदी ने लोगों के ट्वीट्स का तुरंत जवाब देने और दुनिया के किसी भी कोने में मुसीबत में फंसे भारतीयों के ट्वीट्स पर फौरन प्रतिक्रिया करने के लिए भी सुषमा की काफी सराहना की।
पीएम मोदी ने कहा कि अगर भारत में कुछ अच्छा होता है तो अमेरिका में रह रहे भारतीय समुदाय में भी खुशी की लहर दौड़ पड़ती है। अगर वहां कुछ बुरा होता है तो यहां भी चेहरे पर मायूसी आ जाती है, दुखी हो जाते हैं। उन्होंने कहा कि मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि आपके सपनों के भारत को बनाने में मैं आखिरी सांस तक लड़ता रहूंगा। बता दें कि पीएम मोदी आज राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से मुलाकात करने वाले हैं। पीएम रात एक बजकर 10 मिनट पर व्हाइट हाउस पहुंचेंगे। जहां राष्ट्रपति ट्रंप से उनकी मुलाकात होगी। दोनों के बीच कई अहम मुद्दों पर चर्चा हो सकती है।
इसके बाद व्हाइट हाउस के ही कैबिनेट ऑफिस में करीब एक घंटे तक द्विपक्षीय वार्ता होगी। इस वार्ता में पहले कहा जा रहा था कि भारतीयों के लिए एच-1बी वीजा के मुद्दे पर बात होगी, लेकिन पीएम मोदी के अमेरिका पहुंचने से पहले ही व्हाइट हाउस ने यह साफ कर दिया था कि विवादित एच-1बी वीजा मुद्दे पर कोई वार्ता नहीं होगी।