वडनगर स्टेशन कहने को एक छोटा सा स्टेशन है, लेकिन जल्द ही यह स्टेशन अब टूरिस्ट स्पॉट बनने जा रहा है। ये वही स्टेशन है, जहां बचपन में कभी पीएम मोदी चाय के स्टॉल पर चाय बेचा करते थे, उसे अब केंद्र सरकार ने एक नया रूप देने का फैसला किया है और अब ये जगह पर्यटन स्थल बन सकती है।
गुजरात के मेहसाणा जिले में स्थित मोदी के जन्मस्थान वडनगर को दुनिया के नक् शे पर लाने की व्यापक परियोजना के तहत चाय की इस दुकान को पर्यटन केंद्र में तब्दील करने की योजना है।
मूल सौंदर्य को संरक्षित किया जाए-
संस्कृति और पर्यटन मंत्रालय व भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण के अधिकारियों ने घोषणा की कि इसे आधुनिक स्वरूप देते हुए इसके मूल्य सौंदर्य को संरक्षित किया जाएगा। शर्मा ने कहा कि हमारे प्रधानमंत्री की जन्मस्थली होने के साथ ही वडनगर एक महत्वपूर्ण ऐतिहासिक केंद्र है। जहां प्रसिद्ध शर्मिला झाील और एक बावड़ी है।
टी-स्टॉल को मिलेगा आधुनिक रूप-
प्रधानमंत्री बनने से पहले मोदी खुद इस बात का जिक्र किया करते थे कि उन्होंने बचपन में वडनगर रेलवे स्टेशन पर चाय बेची है। उन्होंने अपनी जीवन की यात्रा इसी स्टेशन से चाय बेचकर शुरू की है। शर्मा ने बताया कि प्रधानमंत्री ने अपनी जीवन की शुरूआत इसी स्टेशन से की थी । हम इस चाय की दुकान को आधुनिक रूप देते हुए इसके मूल सौंदर्य को भी संरक्षित रखेंगे। इस परियोजना के लिए राज्य पयर्टन विभाग को 8 करोड़ रूपए दिए हैं।