संसद में मॉनसून सत्र चल रहा है इस सत्र के दौरान एसपी नेता नरेश अग्रवाल अपनी टिप्पणियों को लेकर काफी चर्चा में हैं। शुक्रवार को भी सत्र के दौरान उन्होंने उस समय आरोप लगाने शुरू कर दिए जब बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी ने सदन में पास होने के लिए लाए जाने वाले बिल के बारे में बताया। मुख्तार अब्बास नकवी ने अंत में अपनी बात ख़त्म करते हुए कहा कि काफी बिल हैं।
बीजेपी नेता मुख्तार अब्बास नकवी बैठ ही रहे थे कि तभी नरेश अग्रवाल ‘मेरी आपत्ति है’ कहकर सदन में खड़े हुए और अपनी बात शुरू कर दी। अग्रवाल ने कहा कि ‘मेरी आपत्ति यह है कि 7 तारीख को छुट्टी है, 8 को सदन चलेगा, 9 अगस्त को भारत छोड़ो के नारे का उत्सव मनाया जा रहा है, 10 को चेयरमैन साहब का फेयरवेल है और 11 को नए चेयरमैन आएंगे। इस पूरे कार्यक्रम में बिल कब पास होगा। आप चाहें तो सत्र एक हफ्ते के लिए बढ़ा सकते हैं। यह सब करते हुए जीरो आवर्स खत्म कर दिए गए हैं।’
नरेश अग्रवाल की आपत्ति पर स्पीकर सुमित्रा महाजन ने कहा कि ये बिल पेश होने के बाद दूसरे सदस्य उसे पढ़ सकते हैं। तो नरेश अग्रवाल इस पर भी नहीं माने और अपना विरोध जताते हुए बोले कि सरकार अगर हम पर कुछ थोपना चाहे तो हमें विरोध करने का अधिकार है। ज्यादा बिल की वजह से जबरदस्ती रात को 10 बजे तक सेशन चलाया जाएगा। ये लोग हमें बंधुआ मजदूर बनाकर हमसे काम करना चाहते हैं। हम कैसे इन बिलों को पास करेंगे।’
नरेश अग्रवाल सदन में अपनी पहले की गई टिप्पणियों के लिए भी काफी चर्चा में रहे हैं, उनकी इससे पहले गाय और राम को लेकर की गई उनकी टिप्पणी पर सदन में माहौल काफी तनावपूर्ण हो गया था। इस विवाद पर वित्त मंत्री अरुण जेटली ने सदन में नरेश अग्रवाल से माफी की मांग भी की थी। इस स्थिति के बाद हालांकि बाद में ये शब्द सदन से हटा दिए गए थे।