उरी अटैक- पाक को बेनकाब करेगा NIA
देश एक बार फिर दहल उठा है। एक बार फिर सीमा पार से आए दुश्मनों ने भारत पर हमला किया है। बीते रविवार पाकिस्तान से आए 4 आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में मौजूद आर्मी बेस को अपना निशाना बनाया। इस आतंकी हमले में सेना के 18 जवान शहीद हो गए। वहीं एनआईए ने भी अपनी जांच शुरू कर दी है। राष्ट्रीय जांच एजेंसी के अधिकारियों ने मारे गए चारों आंतकियों के फिंगर प्रिंट और खून के सैंपल जमा किए हैं इसके साथ ही सेना दशतगर्दों से बरामद हथियार और सामान भी एनआईए के सुपुर्द करेगी। एनआईए ने इस ओर एफाईआर भी दर्ज कर लिया है।
इसके पहले एनआईए ने महत्वपूर्ण जीपीएस सैट, सैटेलाईट डिवाईस, 4 एके 47 राईफल, 14 मैगजीन अपने कब्जे में लिए अब इसमें से जीपीएस सैट का अमेरिका को भेजा जाएगा। अमेरिका इसकी जांच एफबीआई लैब में करेगा। जिससे यह सिद्ध करने में सहायता मिलेगी कि हमले के दौरान आतंकी पाकिस्तान में मौजूद अपने आकाओं से चर्चा कर रहे थे और वे लोकेशन ट्रेकिंग कर रहे थे। भारत की कार्रवाई से माना जा रहा है कि भारत इस बार पाकिस्तान को अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर पूरी तरह से घेरने की तैयारी में है और भारत सीधी लड़ाई न लड़कर रणनीतिक लड़ाई लड़ सकता है।
गौरतलब है कि बीते रविवार पाकिस्तान से आए 4 आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में मौजूद आर्मी बेस को अपना निशाना बनाया। इस आतंकी हमले में शहीद होने वाले जावानों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। हमले में सेना के 17 जवान शहीद हुए थे जबकि तीन अन्य जवानों की अस्पताल में मौत हो गई। हादसा कश्मीर के उरी क्षेत्र में हुआ है। हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत देने वाले 17 जवानों के नाम सामने आए हैं। बता दें कि सुबह पांच बजे से उरी में लगातार फायरिंग की जा रही थी। आतंकियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर सेना के मुख्यालय में घुसे। लेकिन सेना के जवानों ने उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। थोड़ी देर बाद ही सेना के जवानों ने आतंकियों को घेर लिया। गौरतलब है कि 5 दिसंबर 2014 को भी आतंकियों ने कश्मीर के इसी हिस्से को अपना निशाना बनाया था। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से पिछले दो महीनों से कश्मीर में अशांति का माहौल बना हुआ है।सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच हुए संघर्ष में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी हैं।