सिद्धू ने प्रेस कान्फ्रेंस में बताई इस्तीफे और बीजेपी से नाराजगी की वजह
कुछ दिनों पहले ही बीजेपी का दामन छोड़ चुके नवजोत सिंह सिद्धू ने सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस के जरिए कई लोगों के मन में उठ रहे सवालों के जवाब दिए। गौरतलब है कि 18 जुलाई को उन्होने राज्यसभा से अचानक इस्तीफा दे दिया था और इस इस्तीफे के पीछे कोई कारण भी नहीं बताया। पूरा देश जानना चाहता था कि सिद्धू की इस बेरूखी की क्या वजह थी। सिद्धू ने सोमवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर कई राजों से पर्दा उठाया। प्रेस कान्फ्रेंस में सिद्धू के तेवर काफी तीखे नजर आ रहे थे। इस प्रेस कान्फ्रेंस मे उन्होने राज्यसभा से इस्तीफा देने का कारण भी बताया। सिद्धू ने दावा किया कि उन्हें यह कहा गया था कि वे पंजाब की तरफ मुंह न करें, पंजाब से दूर रहें। उन्होंने कहा कि वे अपनी जमीन से दूर नहीं रह सकते।
बीजेपी से नाराजगी के बाद बगावत
हालांकि बीजेपी सिद्धू के इस्तीफे से नाराज हैं लेकिन सिद्धू के तेवर भी बगावत करने की ओर इशारा कर रहे हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होने बीजेपी से नाराजगी तो उन्होंने जाहिर कर दी लेकिन अपनी आगे की रणनीति को बारे कोई इशारा नहीं किया। उन्होंने यही कहा कि जहां पंजाब हित होगा वहां जाएंगे। उनसे कई बार आप में जाने को लेकर सवाल पूछा लेकिन, वे इस पर बिना कोई स्थिति साफ किए चले गए। प्रेसकांफ्रेंस में वे अपनी उपलब्धि और बीजेपी के लिए किए गए कामों की चर्चा की। इसके साथ ही बताया कि जब बीजेपी की स्थिति पंजाब में ठीक नहीं थी तो किस तरह से उन्होंने पार्टी को मजबूत बनाया था। इसके साथ ही सिद्धू ने यह भी कह दिया गया कि जब मोदी की लहर आई तो उन्हें डुबो दिया गया। पार्टी पर वे लगातार निशाना साध रहे थे। लेकिन, उन्होंने यह साफ नहीं किया कि उन्होंने बीजेपी से इस्तीफा दिया है या नहीं। लेकिन, अपनी बातों से उन्होंने बीजेपी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
आप भी ‘असमंजस’ में
गौरतलब है कि अगले साल पंजाब में विधानसभा चुनाव है और अटकलें लगाई जा रही थी कि आम आदमी पार्टी से जुड़कर सिद्धू पंजाब में इलेक्शन लड़ेंगे। हो सकता है कि आप सिद्धू को सीएम के रूप में प्रोजेक्ट करे। लेकिन आम आदमी पार्टी के सूत्र इससे इनकार कर रहे हैं. इसकी वजह ये बताई जा रही है कि सिद्धू के आने की वजह से पार्टी में अंदरुनी कलह का खतरा मंडरा रहा है।
बीजेपी ने अपनाया सख्त रवैया
पूर्व सांसद और क्रिकेटर नवजोत सिंह सिद्धू को लेकर बीजेपी ने सख्त तेवर अपना लिया है। एक तरफ जहां उनके इस्तीफे के बाद अलग-अलग अटकलें लगाई जा रही हैं वहीं बीजेपी ने साफ कर दिया है कि सिद्धू के लिए पार्टी में सभी रास्ते बंद कर दिए गए हैं। सूत्रों का कहना है कि पार्टी मान-मनौव्वल तो दूर अब उनके चाहने पर भी आने नहीं देगी।
सिद्धू से कोई भी बात नहीं करेगा
नाराजगी का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि सूत्रों के अनुसार बीजेपी आलाकमान ने अपने सभी नेताओं को हिदायत दे दी है कि सिद्धू से कोई भी बात नहीं करेगा. उधर, सिद्धू के आम आदमी पार्टी में जाने की अटकलों के बीच आप में भी विरोधी सुर उठने लगे हैं. संकेत मिल रहे हैं कि आप के अंदर भी सिद्धू को सीएम कैंडिडेट बनाने पर विरोध उठ सकता है.