नया साल क्या नई उम्मीदें लेकर आ रहा है
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बस थोड़ा सा इंतज़ार और फिर नया साल। नया साल आपके लिए नई उम्मीदें लेकर आएगा। कुछ लोगों की उम्मीदें होगी कि उनके पुराने छुपे-दबे, बचे-खुचे नोट वापस से चल जाए लेकिन रिस्क मत लीजिए अब ऐसा नहीं होगा। इस साल में कुछ हो न हो आपको इस बात का जवाब जरूर मिलेगा कि बाहुबली को कटप्पा ने क्यों मारा क्योंकि इस साल बाहुबली-2 रिलीज़ हो जाएगी। खैर ये तो हुई यहां-वहां की बातें अब बात करते है देश की। आपको देश से आने वाले साल से क्या उम्मीद होगी शायद हमारी दी जानकारी आपकी उम्मीदों पर खरी उतर पाए लेकिन इस नए साल में देश में काफी सारे बदलाव आने वाले हैं।
1. पॉलिटिक्स
भारत में चाय की गुमटी हो या ऑफिस का कैंटीन हर जगह लोग पॉलिटिक्स झाड़ने में लगे रहते हैं। पॉलिटिक्स में ऐसा हुआ, वैसा हुआ तो आपको बता दें कि नए साल की शुरूआत में ही पॉलिटिक्स का दंगल होने वाला है यानि अगले साल की शुरूआत में पांच राज्यों यूपी, पंजाब, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में विधानसभा चुनाव होने है। इन चुनावों में विपक्षी पार्टियों के पास भाजपा को हराने के लिए नोटबंदी एक तगड़ा मुद्दा है जिसके सहारे वे चुनाव जीत सकते हैं। ऐसे में ये देखना दिलचस्प रहेगा कि देश की जनता भाजपा के साथ होगी या किसी और पार्टी के साथ।
वैसे साल के जाते-जाते यूपी की राजनीति में एक भूचाल आ गया है। यूपी के सीएम अखिलेश यादव को सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह यादव ने पार्टी से छः साल के लिए बाहर कर दिया था लेकिन बाद में उन्हें वापस भी ले लिया गया। समाजवादी पार्टी की इस पारिवारिक कलह का सबसे ज़्यादा फायदा बीएसपी और बीजेपी को होगा।
2. सीमा पर मजबूती
साल 2016 में दो ही यादगार चीज़ें हैं पहला तो नोटबंदी और दूसरा सर्जिकल स्ट्राइक। हर कोई चाहता था कि भारत पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब दे जो भारत ने सर्जिकल स्ट्राइक के रूप में दिया। भारत ने सीमा पर अपनी स्थिति मजबूत बनाने की हर कोशिश की है।
कुछ दिनों पहले ही जारी सीआरएस (कांग्रेसनल रिसर्च सर्विस) की रिपोर्ट के अनुसार भारत विकासशील देशों में हथियार खरीदने वाला दूसरा बड़ा देश बन गया है। गौरतलब है कि पिछले दिनों सीमा पर लगातार हो रहे सीज़फायर के उल्लंघन के कारण हमारे कई सैनिक शहीद हो रहे थे ऐसे में सरकार भी चाहती है कि इंडियन आर्मी दुश्मनों को सीमा पर मुंहतोड़ जवाब देने में कोई कमी न छोड़े।
भारत ने कुछ दिनों पहले ही नौसेना में सोनार प्रणाली से युक्त चार पनडुब्बियां शामिल की है। भारत की नौसेना में 15 पनडुब्बियां हैं जिनमें से दो परमाणु क्षमता से लैस है। इसके अलावा भारत के पास 500 लड़ाकू विमान है।
3. जॉब सेक्टर
साल 2017 आपके लिए ढेर सारे जॉब ऑप्शन लाने वाला है। इस साल पुराने ढर्रे पर चल रहे जॉब्स में तेजी से कमी आएगी। पूरा भारत इस समय डिजिटल दुनिया की ओर बड़ रहा है ऐसे में भारत में डिजिटल फील्ड में काम करने वाले लोगों की काफी ज़्यादा मांग रहेगी। डिजिटल फील्ड में काम करने वाले एक्सपर्ट्स के लिए ये साल काफी शानदार होगा।
इस साल डिजिटल मीडिया में भी तेजी से बूम आएगा। अभी तकरीबन आधे से ज़्यादा प्रिंट मीडिया डिजिटल मीडिया पर शिफ्ट हो गया है और आगे भी डिजिटल मीडिया में तेजी से जॉब्स बढ़ने के अवसर है ऐसे में डिजिटल मीडिया में कंटेंट राइटर, एडीटर, ग्राफिक एंड वीडियो डिजाइनर, एसईओ की मांग बढ़ने वाली है।
इस साल बैंक भी ढेरों वैकेंसी निकालने वाली है। अगर आप चाहे तो बैंक में जॉब के लिए भी अप्लाय कर सकते है क्योंकि इस साल से सरकार की कई सारी योजनाएं बैंकों द्वारा ही संचलित की जाएगी। ऐसे में बैंकों के पास काफी सारा काम आने वाला है जिसे करने के लिए बैंक नए कर्मचारियों की रिक्रूटमेंट करेगा।
4. बिजनेस सेक्टर
नोटबंदी के बाद से भले ही कुछ लोगों का बिजनेस चौपट हो गया हो लेकिन कुछ लोग ऐसे भी है जो पहले से अच्छी तरह से बिजनेस कर रहे है। इस साल भारत के डिजिटल होने के साथ ही डिजिटल और आईटी कंपनियां काफी फायदे में रहेगी।
इस साल इलेक्ट्रॉनिक्स कारोबार में भी तेजी दिखने के आसार है। एसौचेम और बाजार अध्ययन करने वाली कंपनी ईवाई की रिसर्च के अनुसार इस साल इलेक्ट्रॉनिक उत्पाद उधोग में 10.1 प्रतिशत की ग्रोथ देखने को मिलेगी। ऐसे में इस फील्ड में भी जॉब बढ़ने के मौके हैं।
ये साल वेब सॉल्यूशन और टेक्नोलॉजी के बिजनेस के लिए भी अच्छा रहेगा क्योंकि सभी लोग अब डिजिटल हो रहे है ऐसे में डिजिटल होने के साथ इसमें होने वाली परेशानियों को दूर करने वाले एक्सपर्ट्स की काफी डिमांड रहेगी।
5. बजट में होगा बदलाव
बजट में इस साल आपको एक बड़ा बदलाव देखने को मिलेगा, पहले जहां आम बजट और रेल्वे बजट अलग-अलग पेश किए जाते थे वहीं इस साल से दोनों बजट को संयुक्त रूप से पेश किया जाएगा।
सरकार ने बजट योजना और गैर बजट योजना बजट जैसे वर्गीकरण में भी बदलाव लाने का फैसला किया है। इसके स्थान पर बजट वर्गीकरण राजस्व और पूंजी व्यय के तौर पर होगा।
साल 2017 में ही पहली बार आम बजट फरवरी के आखिरी दिन पेश होने के बजाय फरवरी के शुरू में पेश किया जाएगा। सरकार चाहती है कि अप्रैल से पहले ही बजट पारित हो जाए और एक अप्रैल को वित्तीय वर्ष की शुरूआत होने के दिन से ही उस पर अमल शुरू हो जाए। नेक्सट पेज पर पढ़ें पूरा आर्टिकल
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