यूपी के सीएम को सताती है ये सीट, दौरा करने के बाद हार जाते है चुनाव
यूपी में चुनाव की लहर काफी तेजी से चल रही है। हर पार्टी जीतने के लिए ऐड़ी से चोटी का जोर लगा रही है। हर पार्टी चाहती है कि उसकी इस चुनाव में जीत हो जाए। सपा, बसपा, कांग्रेस और भाजपा ये राजनीतिक यूपी में अपनी चुनाव जीतने के लिए पूरा जोर लगा रहे है। लेकिन यूपी में एक ऐसी सीट भी है जिसका मात्र दौरा करने से यूपी के चुनाव में हार का मुंह देखना पड़ सकता है।
ऐसा हम नहीं कह रहे हैं ऐसा आंकड़े और यूपी के राजनेताओं का मानना है। पिछले कई चुनाव सरकार में रह चुकी पार्टी इस सीट का दौरा करके हार चुकी है। इसलिए कई राजनेता यहां पर आने से भी इनकार कर देते है। इस क्षेत्र का दौरा करने के कारण मुलायम सिंह यादव को भी अपनी कुर्सी गंवानी पड़ी थी।
अब आपके दिमाग में आ रहा होगा कि आखिर ऐसा कौन सा क्षेत्र या कौन सी जगह है जहां का मात्र दौरा करने के कारण पार्टियों पर चुनाव हारने की नौबत आ जाती है तो आपको बता दें कि ये सीट नोएडा की है। नोएडा का दौरा करने के लिए वर्तमान यूपी सीएम अखिलेश यादव भी कई दिनों से टालमटोली कर रहे है और अंत में जाकर उन्होंने इनकार कर दिया।
इसलिए नहीं आते सीएम
पिछले आंकड़ों को अगर उठा कर देखें तो आपको पता चलेगा कि नोएडा में जो भी सीएम दौरा करने आया है वो अपनी सत्ता गवां बैठा है। साल 1985 में यूपी के सीएम बने वीर बहादर सिंह जब नोएडा का दौरा किया तो तीन साल के भीतर ही उनकी सरकार सत्ता से बाहर हो गई थी। इसके बाद 1989 में एनडी तिवारी भी यहां के दौरे के बाद सत्ता से बाहर हो गए।
साल 1995 व 1999 में कल्याण सिंह पर भी नोएडा का दौरा भारी पड़ गया था। मुलायम सिंह यादव ने भी नोएडा दौरे के बाद ही सीएम पद की कुर्सी गंवा दी थी। साल 2011 में नोएडा का दौरा मायावती के लिए भी हानिकारक साबित हुआ। साल 2011 में मायावती नोएडा के दौरे के बाद सत्ता से बाहर हो गई।
नोएडा नहीं गए अखिलेश
अखिलेश ने अभी नोएडा का दौरा नहीं किया है। उन्होंने नोएडा की योजनाओं और परियोजनाओं का लोकार्पण लखनऊ से ही कर दिया था। उन्हीं के आदेश पर यहां साइकिल ट्रैक, नोएडा में एलीवेटेड रोड, सिटी सेंटर अंडरपास, सिटी बस सेवा संचालन समेत कई योजनाओं पर काम किया गया।
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