योगी आदित्यनाथ के मंत्री बनने के बाद यूपी में उन्होंने गौ रक्षा को लेकर कड़े कदम उठाए थे, वहीं उन्होंने यूपी में सबसे ज्यादा बिकने वाले बीफ पर भी बैन लगा दिया है। हाल ही में उन्होंने गाय के दुग्ध उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए एक और अहम फैसला सुनाया है, जिसके तहत अब जल्द ही उत्तरप्रदेश के मंदिरों में गाय के दूध से बनी मिठाईयां प्रसाद के रूप में मिलेंगी। सरकार ने इसके लिए तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।
डेयरी विकास मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया है कि फिलहाल बड़े धार्मिक स्थलों पर इसकी शुरूआत की जाएगी। उन्होंने कहा है कि इस नवरात्र से दुग्ध विकास विभाग गाय के दूध से बने उत्पाद बाजार में लाने की तैयारी कर रहा है। खासतौर से विंध्यांचल , काशी, मथुरा, अयोध्या जैसे तीर्थ स्थलों पर गाय के दूध से बनी मिठाईयां उपलब्ध कराने की तैयारी है। यह उत्पाद बढ़ेंगे तो गाय के दूध की कीमत भी बढ़ेगी। साथ ही लोग गाय का संरक्षण भी करेंगे।
उन्होंने कहा कि विरोधी दल सोचते हैं कि हम हिंन्दुत्व के एजेंडे के तहत गाय की बात करते हैं पर हकीकत तो ये है कि गाय का दूध प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाता है। गाय का दूध किडनी, कैंसर जैसी बीमारियों में लाभकारी है और ये कॉलेस्ट्रॉल रोकने में मदद करता है।
मंत्री ने गाय पालने वाले किसानों की आय का जिक्र करते हुए कहा है कि उत्तरप्रदेश में भैंस का दूध 35 रूपए लीटर और गाय का दूध 22 रूपए लीटर मिलता है। प्रदेश सरकार गाय का दूध 42 रूपए लीटर तक बेचे जाने के लिए काम कर रही है। इससे गायों की भी अच्छी देखभाल हो सकेगी साथ ही सड़कों पर घूमने वाली आवारा गायों की संख्या भी घटेगी।