अब तक बैंक सुबह 10 बजे खुलते हैं, लेकिन अब संभव है कि बैंकों के खुलने और बंद होने का समय बदल जाए। जी हां, कुछ ऐसे प्रस्ताव के बारे में गंभीरता से विचार किया जा रहा है। बैंकों की संस्था आईबीए और बैंक यूनियनों के बीच बातचीत के बाद अंतिम फैसला लिया जा सकता है। यदि ये फैसला हो गया तो बैंक सुबह 9:30 बजे खुलेंगे और शाम 4 बजे तक ग्राहकों के काम निपटाए जाएंगे। ऐसा होने से फिर बैंक कर्मचारी हफ्ते में सिर्फ पांच दिन काम करेंगे। अभी तक जहां दूसरा शनिवार की छुट्टी होती थी, वहीं अब हर शनिवार बैंक बंद रहेंगे। बता दें कि अभी बैंक कर्मचारी हर दिन साढ़े छह घंटे काम करते हैं।
हर हफ्ते मिले दो दिन का आराम-
बैंक यूनियनों ने कहा है कि वे ग्राहकों को एक्सट्रा टाइम देने के लिए तैयार हैं पर उन्हें सिर्फ 5 दिन काम करने के लिए चाहिए। बाकी के दो दिन वह आराम करना चाहते हैं। नेशनल ऑर्गेनाइजेशन ऑफ बैंक वकर्स के उपाध्यक्ष अश्विनी राधा ने कहा है कि समय बढ़े तो हर शनिवार की छुट्टी मिले। सरकार बैंक यूनियनों की मांग से पूरी तरह सहमत है। शनिवार को शेयर मार्केट बंद रहता है और कारोबार से संबंधित कामकाज कम रहता है । हर शनिवार और रविवार को बैंक बंद होने से बैंकों की ऑपरेशनल कॉस्ट भी घट सकती है।
नौकरीपेशा लोगों को होगा नुकसान
अगर बैंक 5 डे वर्किंग करते हैं तो फिर ऐसे लोगों को नुकसान होगा, जो नौकरीपेशा हैं। ज्यादातर लोग अपने बैंकिंग काम शनिवार को जाकर के पूरा करते थे। अब लोगों को ऑफिस के बीच में छुट्टी लेकर के बैंकिंग काम पूरे करने होंगे। हालांकि अब इंटरनेट के काऱण बहुत से काम घर बैठे हो जाते हैं, लेकिन फिर भी एड्रेस चेंज, एफडी अकाउंट खोलना, आधार से अकाउंट को लिंक कराना, अकाउंट को दूसरे ब्रांच में ट्रांसफर करना जैसे काम है, जो बैंक में बिना जाए पूरे नहीं हो सकते हैं।