अब पीएम को नहीं मिलेगा फूलों का गुलदस्ता, जानिए क्या है वजह
हमारे पीएम नरेन्द्र मोदी किसी न किसी राज्य में विजिट करते हैं, ऐसे में वहां के सीएम उनके स्वागत में गुलदस्ता भेंट करते हैं। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने देश के सभी राज्यों को दिशा-निर्देश जारी कर प्रधानमंत्री की आगवानी पर फूलों का गुलदस्ता दिए जाने की परंपरा पर रोक लगा दी है। गृह मंत्रालय की तरफ से जारी इस दिशानिर्देश का पालन प्रधानमंत्री के राज्यों की यात्रा के दौरान किया जाएगा।
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हाल ही में एक समारोह के दौरान प्रधानमंत्री ने लोगों से तोहफे में ‘बुके की बजाय बुक’ देने की अपील की थी। प्रधानमंत्री ने इस अपील पर अमल करना शुरू कर दिया है। गृह मंत्रालय ने कहा, ‘सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से उम्मीद की जाती है कि वह इस दिशा-निर्देश का सख्ती से पालन करेंगे।’ जारी दिशा-निर्देश में कहा गया है कि फूलों के गुलदस्ते की बजाए, बेहतर होगा कि प्रधानमंत्री को एक फूल दिया जाए।
मंत्रालय ने कहा कि किसी शख्सियत का स्वागत करते हुए खादी का रुमाल या फिर किताबें दी जाएं। मोदी ने कहा कि उन्होंने गुजरात में खादी के रूमाल या किताबें देने की परंपरा शुरू की थी। “जब मैं गुजरात में था तब बुके न देने की इस प्रथा को मैंने शुरू किया था। बुके की बजाय खादी के रूमाल भेंट करने पर मेरा ज्यादा जोर था, इससे खादी को बढ़ावा मिले”। उन्होंने कहा कि गुलदस्ते का जीवनकाल बहुत कम है। आप इसे एक पल के लिए अपने हाथों में लें और थोड़ी देर बाद ये मुरझा जाते हैं, लेकिन जब आप किसी को भेंट में किताब दें तो ये किसी के जीवन का हिस्सा बन जाती है।
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