एनएसयूआई एक ओपन बहस के लिए हांल ही में एबीवीपी और अन्य छात्र संगठनों को आमंत्रित कर रहा है. इतना ही नही एनएसयूआई का कहना है कि खुली बहस के लिए एबीवीपी और अन्य छात्र के संघ अपने हिसाब से समय और जगह तय कर सकते है.
एनएसयूआई का मानना है कि हम इसे सेंट्रल पार्क या किसी अन्य केंद्रीय क्षेत्र में करना चाहते हैं, हम एक बहस के लिए एक खुली चुनौती देते हैं और संघों से एक उत्तर के लिए प्रतीक्षा करते हैं.
दरअसल अध्यक्ष पद के उम्मीदवार रॉकी तुषीड को प्रचार के लिए समय नहीं मिल पाने के कारण एनएसयूआई ने चुनाव कार्यालय से चुनाव तिथि बढ़ाने की मांग की थी. जिसे चुनाव कार्यालय ने इंकार कर दिया है.
वही यूजीसी ने भी शिक्षण संस्थानों को 11 सितंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाषण को ब्रॉडकास्ट करने को कहा है. इसमें प्रधानमंत्री छात्र नेताओं को संबोधित करेंगे. जिस पर एनएसयूआई का कहना है कि 12 सितंबर को चुनाव है और प्रचार खत्म हो चुका होगा तो ऐसे में इस ब्रॉडकास्ट से आचार संहिता का उल्लंघन होगा.