Twitter पर लोगों ने ऐसे ली पूर्व पीएम मनमोहन की चुटकी
सोमवार यानी कि आज भारत के पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का जन्मदिन है। मनमोहन आज पूरे 83 साल के हो चुके हैं। जन्मदिन के इस मौके पर पूर्व पीएम ट्विटर पर छाए हुए है। लोग सिंह की तारीफ़ करने के साथ ही उनका मजाक भी बना रहे हैं। ट्विटर पर उन्हें लेकर तरह-तरह के ट्वीट किए जा रहे है। बता दें कि ट्विटर पर #HappyBdayDrManmohanSingh टैंड कर रहा है।
ट्विटर पर शेयर की गई पूर्व पीएम की कुछ तस्वीरें-
# Shahrukh khan and Manmohan singh
# soniya Gandhi and Manmohan singh
वैसे यहां पर हम आपको पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बारे में कुछ दिलचस्प जानकारी भी देने जा रहे है।
मनमोहन सिंह का जन्म 26 सितम्बर, 1932 को अविभाजित भारत के पंजाब प्रांत के एक गांव में हुआ था जो कि अब पाकिस्तान में है। मनमोहन सिंह की माता का नाम अमृत कौर और पिता का नाम गुरुमुख सिंह है। देश के विभाजन के बाद इनका परिवार भारत चला आया। मनमोहन सिंह की पत्नी का नाम गुरशरण कौर है और उनकी 3 बेटियां हैं। मनमोहन ने पंजाब विश्वविद्यालय से स्नातक तथा स्नातकोत्तर स्तर की पढ़ाई पूरी की। बाद में वे कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय चले गये। जहाँ से उन्होंने पीएच. डी. की। सिंह ने आक्सफोर्ड विश्वविद्यालय से डी. फिल. भी किया है। उनकी पुस्तक इंडियाज़ एक्सपोर्ट ट्रेंड्स एंड प्रोस्पेक्ट्स फॉर सेल्फ सस्टेंड ग्रोथ भारत की अन्तर्मुखी व्यापार नीति की पहली और सटीक आलोचना मानी जाती है।
कभी टीचर भी रहे मनमोहन
डॉ॰ सिंह ने अर्थशास्त्र के अध्यापक के तौर पर खूब नाम कमाया है। वे पंजाब विश्वविद्यालय और बाद में प्रतिष्ठित दिल्ली स्कूल आफ इकनामिक्स में प्राध्यापक रहे हैं।
गवर्नर भी रह चुके हैं मनमोहन
मनमोहल को 1971 में भारत के वाणिज्य एवं उद्योग मन्त्रालय में आर्थिक सलाहकार के तौर पर नियुक्त किया गया था। इसके तुरन्त बाद 1972 में उन्हें वित्त मंत्रालय में मुख्य आर्थिक सलाहकार बनाया गया। महज दो वर्षों बाद वे योजना आयोग के उपाध्यक्ष, रिजर्व बैंक के गवर्नर, प्रधानमन्त्री के आर्थिक सलाहकार और विश्वविद्यालय अनुदान आयोग के अध्यक्ष बने।
मनमोहन वित्त मंत्री से ऐसे बने पीएम
भारत के आर्थिक इतिहास में हाल के वर्षों में सबसे महत्वपूर्ण मोड़ तब आया जब डॉ॰ सिंह 1991 से 1996 तक भारत के वित्त मन्त्री रहे। उन्हें भारत के आर्थिक सुधारों का प्रणेता माना गया है। आम जनमानस में ये साल निश्चित रूप से डॉ॰ सिंह के व्यक्तित्व के इर्द-गिर्द घूमता रहा है। साल 2004 में यूपीए की तरफ से उन्हें प्रधानमंत्री बनाया गया था। साल 2009 में बतौर प्रधानमंत्री फिर चुनाव जीतकर वो दूसरी बार भारत के प्रधानमंत्री बने।
ये पुरस्कार रहे हैं मनमोहन के नाम
मनमोहन सिंह को उनके सार्वजनिक जीवन में प्रदान किए गए कई पुरस्कारों और सम्मानों में भारत का दूसरा सर्वोच्च असैनिक सम्मान, पद्म विभूषण भारतीय विज्ञान कांग्रेस का जवाहरलाल नेहरू जन्म शताब्दी पुरस्कार (1995), वर्ष के वित्त मंत्री के लिए एशिया मनी अवार्ड (1993 और 1994), वर्ष के वित्त मंत्री का यूरो मनी एवार्ड (1993) क्रैम्ब्रिज विश्वविद्यालय का एडम स्मिथ पुरस्कार (1956), और कैम्ब्रिज में सेंट जॉन्घ्स कॉलेज में विशिष्ट कार्य के लिए राईटस परुस्कार (1955) प्रमुख थे। मनमोहन सिंह को जापानी निहोन कीजई शिमबन सहित अन्य कई संस्थाओं से भी सम्मान प्राप्त हो चुका है। उन्होंने कई अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलनों और अनेक अंतर्राष्ट्रीय संगठनों में भारत का प्रतिनिधित्व भी किया हैं।
पीएम दी मनमोहन को बधाई
मनमोहन के बर्थडे पर पीएम नरेन्द्र मोदी ने उन्हें ट्विटर के ज़रिए बधाई दी हैं। इसके साथ ही मोदी ने सिंह के स्वस्थ और दीघायु जीवन की कामना भी की हैं।