राहुल के भूकंप पर कसा पीएम मोदी ने तंज तो कांग्रेसियों ने दिखाए अच्छे दिन
नोटबंदी के बाद राहुल गांधी ने कहा था कि ‘मैं बोलूंगा तो भूकंप आ जाएगा।’ पीएम मोदी ने आज संसद में चुटीले अंदाज़ में भूकंप की विवेचना कर दी। पीएम मोदी ने कहा कि ‘‘मैं सोच रहा था कि भूकंप आया कैसे? क्योंकि धमकी तो बहुत पहले सुनी थी। कोई तो कारण होगा कि धरती मां इतनी रूठ गई होगी। गौरतलब है कि राहुल ने कहा था कि वह नोटबंदी पर सदन में बोलेंगे तो भूकंप आ जाएगा। पीएम मोदी इतने पर ही नहीं रूके पीएम मोदी ने इतने दिनों से नोटबंदी को लेकर सवाल कर रहे विपक्ष को भी काफी सारे जवाब दिए।
नोटबंदी के नियम बदलने का दिया जवाब
विपक्ष की बार-बार शिकायत थी कि नोटबंदी के बाद से काफी सारे नियमों में बदलाव किया गया। इस पर मोदी ने कहा कि ‘‘देश और आपको जानकर आश्चर्य होगा कि इतने साल से चली योजना के बावजूद मनरेगा में 1035 बार नियम बले गए। उसमें तो कोई लड़ाई नहीं थी। मरनेगा में भी क्यो 1035 बार परिवर्तन करने पड़े? एक्ट तो एक बार बन गया था नियम बदले गए।’’
सर्जिकल स्ट्राइक पर बोले मोदी
मोदी ने कहा कि ‘‘अपने सीने पर हाथ रखकर पूछिए। सर्जिकल स्ट्राइक के पहले 24 घंटे में नेताओं ने क्या बयान दिए थे? जब उन्होंने देखा कि देश का मिजाज अलग है तो उन्हें अपनी भाषा बदलनी पड़ी। ये बहुत बड़ा निर्णय था। नोटबंदी में तो लोग पूछते हैं कि मोदीजी सीक्रेट क्यों रखा, कैबिनेट क्यों नहीं बुलाई। सर्जिकल स्ट्राइक के बारे में कोई नहीं पूछ रहा।’’
पीएम मोदी ने अपनी बात जारी रखते हुए कहा कि ’’हमारे देश की सेना के जितने गुण-गान करें, उतना कम है। इतनी सफल सर्जिकल स्ट्राइक की है। सर्जिकल स्ट्राइक आपको परेशान कर रही है, मैं जानता हूं। आपकी मुसीबत यह है कि पब्लिक में जाकर बोल नहीं पाते हो। अंदर पीड़ा महसूस कर रहे हो। आप मानकर चलिए कि ये देश और हमारी सेना सीमाओं की रक्षा के लिए पूरी सक्षम है।’’
इसलिए बदली बजट की तारीख
मोदी ने कहा कि ‘‘एक चर्चा यह भी आई थी कि बजट जल्दी क्यो पेश किया गया। भारत कृषि प्रधान देश है। हमारा पूरा आर्थिक कारोबार कृषि पर आधारित है। कृषि की ज़्यादातर स्थिति दीपावली तक पता चल जाती है। हमारे देश की कठिनाई है कि अंग्रेजों की छोड़ी विरासत को लेकर चल रहे हैं। हम म मई में बजट की प्रक्रिया से पार निकलते हैं। एक जून के बाद बारिश आती है। तीन महीने बजट का इस्तेमाल नहीं हो पाता। काम करने का समय कब बचता है। जब समय आता है तो दिसंबर से मार्च तक जल्दबाजी में काम होते हैं।’’
हंसने लगे कांग्रेस के नेता
’’बजट पहले शाम 5 बजे पेश होता था। ऐसा इसलिए होता था क्योंकि यूके के टाइम के हिसाब से अंग्रेज यहां बजट पेश करते थे। घड़ी उल्टी पकड़ते हैं तो लंदन का टाइम दिखता है। ऐसा इसलिए दिखाया क्योंकि कई लोगों को कई चीजें समझ नहीं आतीं।’’ मोदी की इस बात पर कांग्रेस के सदस्य भी हंसने लगे।
अटलजी की सरकार में समय बदला
मोदी ने आगे कहा, ’’जब अटलजी की सरकार आई तो समय बदला गया। जब आपकी (यूपीए) सरकार थी तो आपने भी कमेटी बनाई थी। आप भी चाहते थे कि वक्त बदलना चाहिए। आपके वक्त के प्रपोजल को ही हमने पकड़ा। आप नहीं कर पाए। आपकी प्रायोरिटी अलग थी। आपको बड़े गर्व से कहना चाहिए। फायदा उठाइए ना कि ये हमारे समय हुआ था।’’
बताया रेल्वे बजट बंद करने का कारण
रेल्वे बजट को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि ’’रेलवे में भी एक बात समझें कि 90 साल पहले जब रेल बजट आता था, तब ट्रांसपोर्टेशन का मोड रेलवे ही था। आज ट्रांसपोर्टेशन बड़ी अनिवार्यता है। इसके कई मोड हैं। पहले बजट में गौड़ाजी ने बताया था कि करीब 1500 घोषणाएं हुई थीं। लोगों को खुश रखने के लिए एलान होते थे। 1500 घोषणाओं को कागज पर ही मोक्ष प्राप्त हो गया था। ऐसी चीजें ब्यूरोक्रेसी को सूट करती थीं। हमने ये बंद किया।’’
- - Advertisement - -