15 अगस्त के बाद फिर से कोहिनूर के लिए ब्रिटेन से बात
भारत में कोहिनूर वापसी के लिए कई प्रयास चल रहे है। भारत सरकार के मंत्रियों के बीच विचार-विमर्श का दौर शुरू हो गया हैं। ब्रिटेन से कोहिनूर की वापसी के लिए सरकार 15 अगस्त के बाद से सक्रिय कदम उठाएगी और यूके सरकार से इसके लिए बात कर सकती हैं। 15 अगस्त के बाद इस बारे में सरकार यूनाइटेड किंगडम सरकार से बातचीत शुरू कर सकती है। ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री थेरेसा मे की सरकार के साथ अब इस मसले पर बात होनी है।
देशवासियों की भावनाओं का सम्मान
विदेश मंत्रालय के मुख्यालय जवाहर भवन में हुई उच्चस्तरीय बैठक में विदेश मंत्री सुषमा स्वराज और संस्कृति व पर्यटन मंत्री डॉ महेश शर्मा के साथ विदेश और संस्कृति मंत्रालयों के सचिव भी शामिल हुए। सूत्रों के मूताबिक बैठक में ये तय किया गया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और सरकार के साथ ही देशवासियों की भावनाओं के मुताबिक कोहिनूर को इंग्लैंड के राजघराने से भारत वापस लाने की प्रक्रिया शुरू की जाय। इसके लिए दोनों सरकारों के बीच बातचीत तो होगी लेकिन इससे पहले की प्रक्रिया तय होनी है। यानी पहले ये तय किया जाए कि प्रक्रिया का स्वरूप कैसा हो।
नई पीएम से की जाएगी बातचीत
चिट्ठी लिखी जाए या इस मुद्दे को प्रतिनिधिमंडल स्तर पर होने वाली बातचीत का हिस्सा बनाया जाए क्योंकि ब्रिटेन की नई प्रधानमंत्री और सरकार के साथ इसे किस तरीके से आगे बढ़ना उचित होगा इस पर भी गहन विचार जरूरी है। वैसे संकेत तो ये मिल रहे हैं कि संसद के मानसून सत्र के बाद इस बारे में सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के बीच चर्चा होगी। फिलहाल तो ये तय किया जाएगा कि किन-किन तरीकों से प्रभावशाली ढंग से आगे बढ़ा जा सकता है। इसके बाद यूके सरकार से चर्चा हो।