केंद्र सरकार पर आरोप लगा है कि उन्होंने देश के युवाओं के साथ धोखा किया है। यह आरोप लगाया है, जदयू पार्टी के मुख्य प्रवक्ता संजय सिंह, नीरज कुमार और राजीव रंजन ने। पार्टी के इन सदस्यों ने कहा कि, मोदी सरकार ने चुनाव से पहले दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन उनकी सरकार के 3 साल लगभग पूरे होने वाले हैं, और अभी तक 20 हजार युवाओं को भी नौकरी नहीं मिल सकी है। जेदयू पार्टी ने मोदी सरकार से सीधे सवाल किए हैं-
जेदयू का सवाल मोदी सरकार से हैं कि, चुनाव के पहले दो करोड़ लोगों को रोजगार देने का वादा किया था, लेकिन उनकी सरकार के तीन साल पूरे होने जा रहे हैं, पर अब तक आधे से भी कम युवाओं को नौकरी नहीं मिली है। जदयू प्रवक्ताओ ने कहा कि प्रधानमंत्री कार्यालय के राज्यमंत्री जितेंद्र सिंह ने लोकसभा में स्वीकार किया है कि साल 2013 के मुकाबले 2015 में केंद्रीय सेवाओं में 89 प्रतिशत की गिरावट आयी है। साल 2013 में रोजगार के एक लाख 51 हजार 841 अवसरों का सृजन हुआ है, और जबकि साल 2015 में यह आंकड़ा घटकर केवल 15887 रह गया है।
अनुसूचित जाति-जनजाति और अति पिछड़ा वर्ग का हिमायती होने का दावा करने वाली मोदी सरकार ने इन आरक्षित वर्गों की नौकरी में भी 90 प्रतिशत की कटौती की है। आंकड़ों के अनुसार साफ तौर पर ये नजर आ रहा है कि मोदी सरकार के कार्यकाल में नौकरियों की संभावनाएं भी कम हुई हैं, और युवाओं से किया गया वादा झूठ साबित हुआ है। मोदी सरकार ने युवाओं के साथ झोखा किया है।