नरेन्द्र मोदी ने गुजरात विधानसभा चुनाव को लेकर चल रहे अन्य आंदोलनों को पछाड़ दिया है। सूखे की समस्या से जूझ रहे क्षेत्र में जब प्रधानमंत्री ने एक कार्यक्रम के दौरान यह कहा कि नर्मदा नदी का पानी, इलाके के आमलोगों के लिए गेमचेंजर साबित होगा तो वहां मौजूद पार्टी के लोग मुस्कुराने लगे । इस मुस्कुराहट की वजह थी, सभी का मानना कि गुजरात में अगर कोई गेमचेंजर है तो वह हैं इकलौते नरेंद्र मोदी। पीएम मोदी बीजेपी के लिए अब भी बड़े रॉकस्टार हैं।
पीएम मोदी ने गुजरात में बहुत सोच समझकर दौरा किया, जिससे एक बार में ही पाटीदार आंदोलन, आम आदमी पार्टी और कांग्रेस की सभी योजनाओं को फेल कर दिया। पीएम ने रणनीति के तहत सूरत में 16 घंटे गुजारे। मोदी भाषण में सबसे आगे हैं, फिर भी उन्होंने सूरत में रैली का चुनाव नहीं किया। इसके बजाय उन्होंने डायमंड सिटी में 12 किलोमीटर लंबे रोड शो का फैसला किया। करीब 10 लाख से ज्यादा लोगों की भीड़ ने रोड शो के रास्ते में जगह-जगह उनका स्वागत किया।
राजनीति कि अच्छी समझ रखने वालों लोगों का मानना है, कि मोदी के इस सूरत दौरे के बाद से उत्साहित बीजेपी इस साल दिसंबर में होने वाले विधानसभा चुनाव में 182 में से 150 सीट जीतने के अपने लक्ष्य की तरफ बढ़ेगी। गुजरात में 1995 में पहली बार बीजेपी को पूर्ण बहुमत से जीत हासिल हुई थी, उसके बाद से ही गुजरात बीजेपी का गढ़ बन गया है। बीते 1 साल से बीजेपी को कई मुश्किलों का सामना करना पड़ा, पार्टी को अपना मुख्यमंत्री भी बदलना पड़ा, पर इस एक दौरे से मोदी ने उन सभी परेशानियों को पस्त कर दिया है। प्रधानमंत्री मोदी ने दक्षिण गुजरात और सौराष्ट्र में 24 घंटे से भी कम समय में 6 सार्वजनिक सभाओं को संबोधित किया। उन्होंने इस कार्यक्रमों के जरिए राज्य के 18 लाख से ज्यादा लोगों से खुद को जोड़ा ।