ब्लैक को व्हाइट मनी में बदलने वाली बैंकों पर मोदी का स्टिंग
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नोटबंदी के बाद से जहां आम आदमी कैश की किल्लत महसूस कर रहा है तो वहीं दूसरी ओर देश के कुछ हिस्सों से भारी मात्रा में नए नोटों की करंसी सामने आ रही है। ऐसे में ये सवाल उठना लाजिमी है कि इतनी भारी मात्रा में नए नोट बाहर कैसे पहुंच रहे हैं। जबकि सरकार के कड़े निर्देशों के मुताबिक तय सीमा से ज़्यादा कैश बैंकों और एटीएम से नहीं निकाला जा सकता। इसके लिए काफी हद तक बैंकों को जिम्मेदार ठहराया जा रहा है। बैंकों में चल रही इसी गड़बड़ियों को जांचने के लिए मोदी सरकार ने देश के बैंकों की तकरीबन 500 शाखाओं का स्टिंग करवाया है। बता दें कि अब तक के स्टिंग ऑपरेशन की 400 सीडी वित्त मंत्रालय पहुंचाई जा चुकी हैं।
क्या हैं इन सीडियों में?
सूत्रों के मुताबिक, सीडी में बैंक अधिकारियों, पुलिस, दलाल और जालसाजों की मिलीभगत से नोट बदले जाने के सबूत मिले हैं। सीडी से साफ पता चल रहा है कि बैंकों में पुलिस, दलाल और प्रभावशाली लोगों की सांठ-गांठ से कैसे पुराने नोट बदले जा रहे हैं।
-ग़ौरतलब है कि हाल ही में दिल्ली के तीस हजारी कोर्ट ने एक्सिस बैंक के मैनेजर विनीत गुप्ता और शोभित सिन्हा को सात दिन की रिमांड पर भेजा गया है। इन दोनों मैनेजरों को यूपी की राजधानी लखनऊ में काले धन को सफेद करने के आरोप में गिरफ़्तार किया गया था।
-दोनों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने मनी लांड्रिग एक्ट के तहत गिरफ़्तार किया है। बता दें कि इससे पहले पटना स्थित सेंट्रल बैंक ऑफ़ इंडिया के बिड़ला मंदिर शाखा के एक कर्मचारी को बैंक में इसी तरह की गडबड़ी को अंजाम देने के चलते निलंबित किया गया था। बहरहाल, अभी भी सरकार की ओर से बैंकों में हुई गड़बड़ी की जांच की जा रही है।
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