राष्ट्रपति ने किया जंग का इस्तीफ़ा मंजूर, जानिए कौन होगा दिल्ली का नया एलजी
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अचानक इस्तीफ़ा देकर सभी को चौंका देने वाले दिल्ली के उपराज्यपाल नजीब जंग को अब राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का भी समर्थन मिल गया है। बुधवार को राष्ट्रपति ने उनके इस्तीफ़े को मंजूरी दे दी।
बता दें कि नजीब ने गुरुवार को अचानक उपराज्यपाल के पद से हटने के लिए इस्तीफ़ा दिया था। इस्तीफ़ा देने के बाद उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल सहित जनता का शुक्रिया अदा किया था। जंग की ओर से एलजी हाउस ने एक बयान जारी किया था। जिसमें कहा गया था कि, ”जंग अब वापस अपने प्यार यानी कि एकेडेमिक्स में जाएंगे।”
बहरहाल, जंग का इस्तीफ़ा मंजूर हो जाने के बाद अब दिल्ली के नए उपराज्यपाल के नाम को लेकर अटकनें तेज हो गई है। दिल्ली का अगला एलजी बनने के लिए कई नामों में रेस हो रही है। वैसे फिलहाल की स्थिति में अनिल बैजल का नाम लगभग तय माना जा रहा है। कहा तो यह भी जा रहा है कि बैजल के नाम का प्रस्ताव राष्ट्रपति को भी भेज दिया गया है।
कौन हैं अनिल बैजल?
-अनिल बैजल ने वर्ष 1969 में यूटी कैडर से आईएएस के रूप में सर्विस शुरू की थी। उन्हें शहरी इलाकों में इन्फ्रास्ट्रक्चर सुधारने के लिए जवाहर लाल नेहरू रिन्यूअल मिशन के फ्लैगशिप प्रोग्रैम का पायलट माना जाता है। उन्होंने इलाहाबाद विश्वविद्यालय और ईस्ट एंगिला यूनिवर्सिटी से पढ़ाई की है।
– बैजल को मौजूदा केंद्र सरकार और नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर अजित डोभाल का करीबी माना जाता है।
-वह थिंक टैंक विवेकानंद इंटरनेशनल फाउंडेशन की एग्ज्यूक्यूटिव के सदस्य भी रहे हैं।
-इतना ही नहीं बैजल अटल बिहारी वाजपेयी सरकार में गृह सचिव भी रहे हैं।
-अपने 37 साल के करियर में बैजल प्रसार भारती के सीईओ, गोवा के डिवेलपमेंट कमिश्नर और नेपाल में भारत के सहयोग कार्यक्रम के काउंसलर जैसे कई अहम पदों पर रहे हैं।
-वह भारती कारपोरेशन के चीफ ऐग्जिक्युटिव भी रह चुके हैं।
-इसके साथ ही बैजल दिल्ली में डीडीए के उपाध्यक्ष भी रह चुके हैं। माना जाता है कि उनके कार्यकाल के दौरान डीडीए और ज्यादा पब्लिक फ्रेंडली और पारदर्शी बनी थी।
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