पार्टी के नेताओं की मांग, राहुल ही बनेंगे कांग्रेस के अध्यक्ष
देश के मीडिया और सोशल मीडिया पर सबसे पॉपुलर रहने वाले देश के युवा नेता राहुल गांधी के पार्टी अध्यक्ष बनने को लेकर पिछले कई दिनों से पार्टी में उथल-पुथल चल रही थी लेकिन अब पार्टी के सभी लोगों ने अपनी राय बना ली है। वे अपनी पार्टी का अध्यक्ष चुनेंगे तो सिर्फ राहुल गांधी को। सोमवार को उनसे सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभालने की अपील की।
कांग्रेस में राहुल गांधी अभी तक उपाध्यक्ष की भूमिका निभा रहे थे लेकिन पार्टी का अध्यक्ष चुना जाना उनके लिए सिर्फ एक औपचारिकता रह गई हैं। पार्टी की मीटिंग के बाद वरिष्ठ नेता एके एंटनी ने कहा कि सीडब्लयूसी ने पहली बार सर्वसम्मति से राहुल से अध्यक्ष पद संभालने की अपील की हैं। अभी तक निजी तौर पर पार्टी नेता राहुल को अध्यक्ष बनाने की मांग करते रहे हैं।
राहुल की अध्यक्षता का किया सर्मथन
इन दिनों कांग्रेस की चेयरपर्सन सोनिया गांधी की तबीयत ख़राब होने की वजह से वे कांग्रेस पार्टी की होने वाली बैठकों से नदारद रहीं। उनकी जगह राहुल गांधी पार्टी की अध्यक्षता कर रहे हैं। कांग्रेस की इस मीटिंग में एंटनी ने राहुल से केंद्र की जनविरोधी नीतियों और सांप्रदायिक शक्तियों के खिलाफ जनसंपर्क अभियान चलाने के लिए अध्यक्ष पद संभालने की अपील की। पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह समेत अन्य ने इस प्रस्ताव का समर्थन किया।
सोनिया को देंगे ख़बर
एंटनी ने कहा कि पार्टी के नेता क्या चाहते हैं, उनकी क्या भावनाएं हैं इस बात की ख़बर जल्द ही सोनिया गांधी को पार्टी के वरिष्ठ नेता देंगे। उन्हें सीडब्ल्यूसी की भावनाओं से अवगत कराएंगे। उन्होंने भरोसा जताया कि सोनिया गांधी उन्हें इस मुद्दे पर निराश नहीं करेगी। गौरतलब है कि राहुल गांधी तीन साल पहले ही पार्टी के उपाध्यक्ष बने थे।
2013 में बने थे उपाध्यक्ष
राहुल गांधी तीन साल पहले 2013 में पार्टी के उपाध्यक्ष बने थे। वहीं उनकी माँ सोनिया गांधी साल 1998 में पार्टी की अध्यक्ष बनी थी। इसके बाद से पार्टी की कमान उनके ही हाथों में है। उनकी अगुवाई में ही राहुल को उपाध्यक्ष बनाया गया था। पिछले कई दिनों से राहुल को अध्यक्ष बनाए जाने के कयास लगाए जा रहे है।
कभी भी हो सकता है फैसला
एक वरिष्ठ नेता ने कहा कि कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी के निर्देश पर कभी भी सीडब्ल्यूसी की बैठक बुलाकर राहुल को अध्यक्ष चुना जा सकता है। 19 नवंबर से पार्टी पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी की जन्म शताब्दी पर एक साल तक चलने वाले कार्यक्रमों की शुरुआत कर रही है। ये कयास हैं कि इससे पहले राहुल पार्टी अध्यक्ष के तौर पर जिम्मेदारी संभाल लेंगे।