यूं तो भारतीय रेल हमेशा से कोचों को लेकर बदनाम रहा है, लेकिन अब लग रहा है कि समय के साथ बहुत कुछ बदलने लगा है। जी हां, रेलवे द्वारा हाल ही में तैयार किए गए विस्टाडोम कोच आखिरकर पटरी पर उतर गए हैं। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने विस्टाडोम कोच के साथ विशाखापटनम और अराकू के बीच एक ट्रेन को हरी झंडी दे दी है। ये कोच कई सुविधाओं से लैस है।
इन कोचों में गलास सीलिंग होगी यानि छत कांच की होगी और आप भागती ट्रेन के साथ आसमान का खूबसूरत नजारा देख पाएंगे। ये छतें इलेक्ट्रॉनिक तरीके से चलाई जाएंगी। सिर्फ एक बटन दबाने की जरूरत है, छत को ट्रांसपैरेंट बनाया जा सकेगा। खास बात ये है कि इस कोच में सुरक्षा का खास ध्यान रखा गया है। इसमें जीपीएस बेस्ड इंफो सिस्टम लगाया गया है। इसके अलावा लोगों के लिए चौड़ा साइड डोर दिया गया है।
अब बात करते हैं कोच के इंटीरियर की। सीटें रोटेटेबल होंगी। सीटों का रंग शताब्दी जैसी ट्रेनों की सीट जैसा रखा गया है। कोच के अंदर एलईडी लाइट्स उजाला करेंगी। मनोरंजन को ध्यान में रखते हुए इसमें ऑब्जर्वेशन लाउंज होगा जहां से बाहर का खूबसूरत नजारा लिया जा सकेगा। इसके अलावा आप इंफोटेनमेंट के जरिए फिल्म भी देख सकते हैं।