उरी हमले पर मोदी के घर पर हुई बैठक खत्म, पढ़िए क्या है एक्शन प्लान
रविवार को हुए उरी में हुए घातक आतंकवादी हमले पर के बाद देश गुस्से में है इस हमले से कैसे निपटा जाए और इसका जवाब कैसे दिए जाए इसे लेकर प्रधानमंत्री ने अपने घर पर बैठक की। जिसमें भारत के प्रधानमंत्री पीएम मोदी ने शीर्ष मंत्रियों एवं अन्य अधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक की सोमवार को अध्यक्षता की। गृहमंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर, वित्त मंत्री अरूण जेटली, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सैन्य प्रमुख जनरल दलबीर सिंह सुहाग के अलावा कई वरिष्ठ अधिकारियों ने इस बैठक में हिस्सा लिया।
बता दें कि मोदी के घर पर हुई बैठक खत्म हो गई है। बड़ी बैठक के बाद पीएम मोदी ने पाकिस्तान को हर मंच पर अलग-थलग करने का निर्देश दिया, पाकिस्तान के खिलाफ सबूत देगा भारत। साथ ही इस बैठक में सभी रणनीति पर चर्चा हुई। सेना प्रमुख ने पीएम को बताया कि सेना किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार है। इस बैठक में एनएसए आईबी चीफ डीजीएमओ गृह सचिव और रक्षा सचिव मौजूद थे। गौरतलब है कि इससे पहले रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने उरी हमले को लेकर प्रधानमंत्री मोदी को अपनी रिपोर्ट सौंप दी है। पर्रिकर और जनरल सुहाग ने उरी के आतंकी हमले की पृष्ठभूमि में रविवार को कश्मीर का दौरा किया था। इससे पहले गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने सोमवार को उच्चस्तरीय बैठक की। जिसमें बैठक में इस हमले से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के साथ-साथ आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। इस हमले से उत्पन्न स्थिति की समीक्षा के साथ-साथ आगे की रणनीति पर विचार विमर्श किया गया। इस हमले को लेकर देश में गुस्से का माहौल है। लोग चाहते हैं कि सरकार इस बार ठोस कार्रवाई कि जाए।
जम्मू कश्मीर के उरी सेक्टर में हुए इस आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान को अब हर मोर्चे पर घेरने की तैयारी में है। 26 सितंबर को संयुक्त राष्ट्र सम्मेलन को संबोधित हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज इस अटैक में पाकिस्तान की भूमिका का जिक्र किया जा सकता है। इतना ही नहीं इसके साथ ही 9 और 10 नवंबर को इस्लामाबाद में होने वाले सार्क सम्मेलन में पीएम मोदी के शामिल होने पर भी संदेह है।
गौरतलब है कि बीते रविवार पाकिस्तान से आए 4 आतंकवादियों ने जम्मू-कश्मीर के उरी सेक्टर में मौजूद आर्मी बेस को अपना निशाना बनाया। इस आतंकी हमले में शहीद होने वाले जावानों की संख्या बढ़कर 20 हो गई है। हमले में सेना के 17 जवान शहीद हुए थे जबकि तीन अन्य जवानों की अस्पताल में मौत हो गई। हादसा कश्मीर के उरी क्षेत्र में हुआ है। हमले में आतंकियों से लोहा लेते हुए शहादत देने वाले 17 जवानों के नाम सामने आए हैं। बता दें कि सुबह पांच बजे से उरी में लगातार फायरिंग की जा रही थी। आतंकियों ने अंधेरे का फायदा उठाकर सेना के मुख्यालय में घुसे। लेकिन सेना के जवानों ने उनके मंसूबों को कामयाब नहीं होने दिया। थोड़ी देर बाद ही सेना के जवानों ने आतंकियों को घेर लिया। गौरतलब है कि 5 दिसंबर 2014 को भी आतंकियों ने कश्मीर के इसी हिस्से को अपना निशाना बनाया था। आतंकी बुरहान वानी की मौत के बाद से पिछले दो महीनों से कश्मीर में अशांति का माहौल बना हुआ है।सुरक्षा बलों और नागरिकों के बीच हुए संघर्ष में अब तक करीब 80 लोगों की मौत हो चुकी हैं।
ये हैं वो 17 जवान, जो देश के लिए हुए कुर्बान
सिपाही की ललकार- कश्मीर तो होगा लेकिन पाकिस्तान नहीं होगा