जिस डॉन की तलाश कई मुल्कों की पुलिस कर रही है उस डॉन के साथ बॉलीवुड एक्टर ऋषि कपूर चाय की चुस्कियां ले चुके हैं। इतना ही नहीं ऋषि डॉन के बारे में वो बातें भी जानते हैं जो शायद किसी पता भी नहीं हैं। बता दें कि इस बात का खुलासा ख़ुद ऋषि ने अपनी आत्मकथा ‘खुल्लम खुल्ला ‘में किया है। अपनी आत्मकथा में ऋषि ने कई दिलचस्प बातों पर खुलकर बात की है।
अंग्रेजी अखबार टाइम्स ऑफ़ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, ऋषि ने अपनी आत्मकथा में लिखा है कि उनकी और दाऊद की बात एयरपोर्ट पर हुई थी। हालांकि दाऊद और ऋषि की यह बात फोन के ज़रिए हुई थी। उन्हें फोन दाऊद के एक गुर्गे ने फोन थमाया था।
अपनी किताब में ऋषि ने बताया है, ”फोन पर दाऊद ने मेरा स्वागत किया और कहा कि किसी भी चीज की ज़रूरत हो तो मुझे बता देना। उसने मुझे अपने घर भी बुलाया। मैं इस सब से भौचक्का था।” हालांकि इसके साथ ही ऋषि बताते हैं कि उन्हें इसमें बुराई नहीं लगी और उन्होंने दाऊद का न्योता स्वीकार कर लिया था।
ऋषि बताते हैं कि, ”दाऊद सफे़द रंग की शानदार इटैलियन ड्रेस में आया और उसने गर्मजोशी से हमारा स्वागत किया। उनकी यह मुलाकात तकरीबन 4 घंटे तक चली। उसने बहुत सी चीजों के बारे में बात की। दाऊद ने मुझे बताया कि मैं उसे फिल्म ‘तवायफ’ में बहुत पसंद आया, क्योंकि उसमें मेरे किरदार का नाम दाऊद था।”
दाऊद को लेकर ऋषि ने किया ये खुलासा
अपनी आत्मकथा में ऋषि ने दाऊद को लेकर कुछ दिलचस्प खुलासे भी किए। ऋषि की आत्मकथा के मुताबिक, ‘दाऊद ने कभी किसी को नहीं मारा बस छोटी-मोटी चोरियां की हैं। हां किसी को मरवाया जरूर है।’ ऋषि ने बताया कि, ‘यह घटना वर्ष 1993 में हुए मुंबई ब्लास्ट से पहले की थी और उस वक्त मैं दाऊद को भगोड़ा नहीं समझता था। तब तक वह महाराष्ट्र के लोगों का दुश्मन भी नहीं था, या कम से मुझे ऐसा लगता था।’
ऋषि ने किया अपने डिप्रेशन का जिक्र
अपनी आत्मकथा के ज़रिए ऋषि ने उस दौर का भी जिक्र किया है जिस वक्त वह डिप्रेशन से गुजर रहे थे। ऋषि ने बताया है कि वष र्1980 में आई फ़िल्म कर्ज से उन्हें बहुत उम्मीदें थीं। उन्हें लगा था कि वह उस फ़िल्म की बदौलत उनका करियर बुलंदी छू लेगा। लेकिन जब ऐसा नहीं हुआ तो वह गहरे डिप्रेशन में चले गए।