लोन लेने पर नहीं लगता ब्याज, जानिए क्या हैं इस्लामिक बैंकिंग के फायदे
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भारत का माहौल इन दिनों नए नोट को लेकर गरम है। 500 और 1000 के नोट बंद होते ही कई लोगों को यह फैसला पहाड़ के टूटने जैसा लगा लेकिन नोटबंदी के बाद अब लोग समझने लगे हैं कि उन्हें बिना कैश के किस तरह जीवन यापन करना है। इन सबके बीच रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने पारंपरिक बैंकों में ‘इस्लामिक बैंकिंग’ को शुरू करने का प्रस्ताव रखा है।
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया का पारंपरिक बैंकों में इस्लामिक विंडो खोलने का प्रस्ताव इसलिए है ताकि देश में धीरे-धीरे शरिया के अनुकूल ब्याज मुक्त बैंकिंग लागू की जा सके। ‘इस्लामिक बैंकिंग’ बहुत से लोगों के लिए नया नाम है और आम लोग अभी भी इस बैंकिंग की जानकारी से कोसों दूर है। इस्लामिक बैंकिंग के अपने फायदें और नुकसान है। यह काफी हद तक पारंपरिक बैंकिंग से बेहतर और अलग है।
इस्लामिक बैंकिंग का कॉन्सेप्ट इस्लाम के बुनियादी उसूलों पर आधारित है। जिसमें एक ब्याजमुक्त बैंकिंग प्रणाली को अपनाया जाता है। इस्लाम में ब्याज यानी रीबा को हराम माना जाता है और यहीं उसूल वे इस्लामिक बैंकिंग में अपनाते है। पूरे विश्व के 75 देशों में इस्लामिक बैंकिंग को अपनाया गया है। दुनियाभर में इस्लामिक बैंकिंग के 300 से ज़्यादा संस्थान है।
एशियन बैंकर रिसर्च ग्रुप की एक रिपोर्ट में बताया गया है कि दुनिया की 100 बड़ी इस्लामिक बैंकों की वार्षिक संपत्ति विकास दर 26.7 प्रतिशत है। वहीं ग्लोबल इस्लामिक फाइनेंस इंडस्ट्री की विकास दर 15 से 20 प्रतिशत वार्षिक है। इस्लामिक बैंकिंग को सउदी अरब, मलेशिया, कुवैत, कतर, ईरान, स्विट्जरलैंड, जॉर्डन, यमन, यूके, इंडोनेशिया जैसे देशों में अपनाया जाता है।
इस्लामिक बैंकिंग और परंपरागत बैंकिंग में बहुत ज़्यादा बड़ा अंतर नहीं है बस इसे लागू करने का तरीका अलग है। परंपरागत बैंकिंग के नियम तो आप जानते ही है कि अगर आपने लोन लिया है तो आपको ब्याज चुकाना होगा। वही इस्लामिक बैंकिंग नजरिया इससे अलग है। इस्लामिक बैंकिंग, इस्लाम के सिद्धांतों पर आधारित है।
इस्लामिक बैंक आपके बैंक की तरह ही है जिस तरह आप अपने बैंक में पैसे जमा करते है और निकाल सकते है उसी तरह का नियम इस्लामिक बैंकिंग में भी है लेकिन एक फर्क है, जिस तरह आपको भारत में जमा पैसे पर ब्याज मिलता है उस तरह इस्लामिक बैंकिंग में आपको ब्याज कमाने की अनुमति नहीं है लेकिन जब आपके अकाउंट में पड़े पैसों के इस्तेमाल से फायदा होता है तो बैंक आपको कुछ न कुछ गिफ्ट करता है। Next Page पर पढ़ें पूरी स्टोरी…
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