अब तक हम सभी ने बिजली उत्पन्न करने वाले सोलर पैनल्स का ही नाम सुना होगा, लेकिन क्या कभी ये सुना है कि लोगों के कदमों से भी बिजली उत्पन्न हो सकती है। जरा मुश्किल है, लेकिन अब ऐसा प्रयोग पहली बार हमारे देश में होने जा रहा है। जी हां, शिरडी साईं मंदिर अब जल्द ही भक्तों के कदमों से रोशन होगा। दरअसल, श्री साईं बाबा संस्थान ट्रस्ट ने एक प्राइवेट कंपनी के साथ मिलकर फुट एनर्जी तैयार करने का फैसला लिया है। इस प्रोजेक्ट के तहत भक्तों के रास्ते में ऐसे इक्विपमेंट लगाए जाएंगे, जिनके दबने से बिजली बनेगी। देश मे पहली बार ऐसा प्रयोग होने जा रहा है।
इस फुट एनर्जी से चलेंगे 200 बल्ब, 50 पंखे-
संस्थान के अनुसार इस तरीके से करीब 200 बल्ब और 50 पंखे चलाने लायक बिजली बनाई जा सकेगी। इतना ही नहीं, बल्कि यहां पैदा होने वाले कचरे से भी गैस और बिजली बनाई जाएगी। संस्थान के अध्यक्ष डॉ. सुरेश हावरे ने गुरूवार को कहा है कि भक्तों के रास्ते में 200 पैडल लगाए जाएंगे। लोग जैसे -जैसे अपने कदम बढ़ाएंगे, पैडल दबेंगे और बिजली बनेगी। उन्होंने बताया कि एक पैडल की कीमत एक लाख रूपए है, लेकिन संस्थान इसके लिए कोई खर्चा नहीं उठाएगा बल्कि जिस कंपनी से करार हुआ है वह कंपनी बीओटी के आधार पर काम करेगी।
रोजाना 50 हजार भक्त आते हैं शिरडी-
हावरे ने कहा है कि रोजाना 50 हजार से ज्यादा लोग साईं के दर्शन के लिए शिरडी आते हैं। इसलिए लाइन में चलने वाले भक्तों के जरिए बिजली बनाने की ये प्रोसेस अनोखी है।
कचरे का भी होगा इस्तेमाल-
जानकारी के अनुसार अगले दो महीने में इसका ट्रायल शुरू हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट से तैयार होने वाली बिजली का इस्तेमाल कतार में खड़े भक्तों के लिए ही रोशनी और पंखे का अरेंजमेंट किया जाएगा। इसके अलावा शिरडी में रोजाना पैदा होने वाले 20 टन कचरे का इस्तेमाल गैस और बिजली बनाने के लिए किया जाएगा। उम्मीद है कि जल्द ही एमसीडी भी इसकी नकल कचरे के निपटारा करने के लिए करेगा।