विपक्षी को अपनी कमजोरियों का पता नहीं लगने दें: तेंदुलकर
नई दिल्ली। विश्व क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज सचिन तेंदुलकर ने अपने क्रिकेट करियर को लेकर एक बड़ा राज खोला है। सचिन ने कहा कि अपने विरोधियों को कभी अपनी कमजोरियों का पता नहीं लगने दे और न ही किसी भी हालात में चेहरे पर शिकन लाने दें।
सचिन ने कहा, ’आप अपनी कमजोरी जाहिर नहीं कर सकते हैं। एक बार मुझे हाथ में एक तेज गेंद लगी, दर्द से मैं सांस तक नहीं ले पा रहा था। मुझे पता था कि मेरा हाथ टूट गया है। विपक्षी बॉलर मुझे घूर रहा था कि कहीं मुझे चोट तो नहीं लगी, मैंने भी उसे घूरना जारी रखा। मैंने उसको भनक तक नहीं लगने दी कि मेरा हाथ टूट गया था।’
एक मैराथन के कार्यक्रम में हिस्सा लेने आए सचिन ने कहा कि दौड़ से ही अपने 24 सालों के करियर में इतने फिट रह सके। उन्होंने कहा कि हमें तेज दौड़ना होता था। अगर सचिन के चौके-छक्कों से बनाए सारे रनों को निकाल दें तो उन्होंने बाकी रनों के लिए कम से कम 353 किमी दौड़ लगाई होगी। सचिन ने यह भी बताया कि वह एक दिन में प्रैक्टिस के लिए कम से कम 12 घंटे मैदान पर बिताया करते थे। उन्होंने कहा कि वह इससे परेशान नहीं होते थे। हां, उन्होंने हंसते हुए कहा कि वह फील्डिंग करने के नाम से जरूर परेशान हो जाया करते थे।