Thursday, September 7th, 2017 18:19:29
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1956 में बदला था मप्र का नाम, जानिए कब बदले थे स्टेट के नाम




1956 में बदला था मप्र का नाम, जानिए कब बदले थे स्टेट के नामSocial

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किसी भी चीज़, जगह या इंसान की पहचान उसके नाम से ही होती है। किसी भी शहर का नाम उसके लिए बहुत ही महत्व रखता है क्योंकि यही वो नाम होता है जो उसकी पहचान होती है। अगर किसी जगह का नाम ही नहीं होगा तो आप उसके बारे में कैसे जान पाएंगे, आप वहां कैसे पहुंच पाएंगे। आपने कई बार देखा होगा कि शहरों के नाम बदले जाते है उन्हें नया नाम दिया जाता है।

कुछ दिनों पहले ही गुड़गांव को बदलकर गुरूग्राम कर दिया गया था और अब यही नाम इस जगह की पहचान है। भारत में नाम जगहों के नाम बदलने का सिलसिला काफी पुराना है। राजाओं के शासनकाल में भी जो राजा राज करता था उस जगह का नाम उसी के अनुसार हो जाता था। लेकिन अब इनके नाम बदलने के पीछे कुछ और कारण है।

पिछले कुछ सालों में कई शहरों के नामों में बदलाव हुए है। न्यूज एजेंसी यूनीवार्ता के मुताबिक 23 दिसंबर 2000 में प. बंगाल की राजधानी कलकत्ता का नाम अधिकारिक तौर पर बदलकर कोलकाता किया गया था। वैसे आज़ादी के बाद से ही भारत में राज्य और शहरों के नाम बदलने की प्रक्रिया शुरू हुई थी जो अभी तक चल रही है।

ब्रिटीश राज खत्म होने के साथ ही 1947 में कई राज्यों के नाम बदलने की कवायद शुरू की गई। इनके नामों को केंद्र सरकार द्वारा नई दिल्ली से एप्रूव्ड भी कराया गया। आपको बता दें कि राज्यों और शहरों के नामों में कोई यूं ही नहीं बदलाव कर सकता है। इसके लिए संविधान में ‘स्टेट रिऑर्गेनाइजेशन एक्ट ऑफ 1956’ दिया गया जिसमें नाम बदलने की प्रक्रिया शामिल है। आगे की स्लाइड में पढ़ें पूरी जानकारी…

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