सुनिधि चौहान छोटी सी उम्र में ही अपनी आवाज से लोगों को दिवाना बना दिया। आज उनकी आवाज ही इतनी पॉपुलर है कि उनके फैंस को अवाज पहचानने के लिए थोड़े से ईशारे की जरूरत रहती है। आज यह पार्श्व गायिका म्यूज़िक इंडस्ट्री का जाना पहचाना नाम है। हिंदी के अलावा सुनिधि ने कौन-सी भाषा में नहीं गाया है यह शायद थोड़ा बताना मुश्किल होगा। हिंदी के अलावा सुनिधि ने मराठी, कन्नड़ तेलगु, तमिल, पंजाबी, बंगाली, असमी, नेपाली और उर्दू में भी गाने गाए हैं।
आज सुनिधि चौहान का 35वां बर्थ-डे हैं। आज उनके इस स्पेशल डे पर उनके फैंस के लिए कुछ स्पेशल बातें जो वे जरूर जानना चाहेंगे-
-सुनिधि चौहान बॉलीवुड की मशहूर संगीतकार तो है साथ ही वह फैशन आईकॉन भी हैं। सुनिधि ने साल 2013 में एशिया की टॉप 50 सेक्सिएस्ट लेडिज में अपनी जगह बनाई थी। सुनिधि ने अपने करियर की शुरूआत 4 साल की उम्र में ही कर दी थी। सुनिधि के पिता भी एक थियेटर आर्टिस्ट हैं।
-सुनिधि को 16 साल की उम्र में फिल्ममेकर रामगोपाल वर्मा ने अपनी फिल्म ‘मस्त’ में मौका दिया था। इस फिल्म के सभी गाने सुपरहिट रहे थे। ‘रूकी-रूकी सी जिंदगी’ के लिए सुनिधि को फिल्मफेयर अवॉर्ड से सम्मानित किया गया था। सुनिधि अभी तक करीब 3000 गाने गा चुकी हैं।
-सुनिधि के फैंस को भी यह जानकर थोड़ा आश्चर्य होगा कि उन्होंने सिर्फ 10वीं कक्षा तक पढ़ाई की हैं। उनका ध्यान शुरू से ही संगीत की दुनिया में था। जब वह 4 साल की थी तब ही उन्होंने गाना शुरू कर दिया था। पहली बार उन्होंने दिल्ली के एक मंदिर में गाया, फिर वह प्रतियोगिताओं और स्थानीया समारोहों में गाने लगीं। उन्होंने कई सिंगिंग बेस्ड रियलिटी शो में हिस्सा लिया। उन्होंने मुंबई आकर दूरदर्शन के शो मेरी आवाज सुनो में भाग लिया। इस शो में प्रथम आकर उन्होंने लता मंगेशकर ट्रॉफी जीती थी।
-सुनिधि अपने करियर में बहुत जल्दी आगे बढ़ी। लेकिन इस जल्दबाजी के चक्कर में उन्होंने महज 18 साल की उम्र में ही निर्देशक बॉबी खान से शादी कर ली थी जो उनसे उम्र में 19 साल बड़े थे। वे दोनों एक-दूसरे को 15 साल से जानते थे। सुनिधि के घर वाले इस शादी के खिलाफ थे। लेकिन उन्होंने की पर साल भर में ही रिश्ता टूट गया था और दोनों अलग हो गए थे। इसके करीब 9 साल बाद सुनिधि ने अपने बचपन के दोस्त और म्यूज़िक डायरेक्टर हितेश सोनिक के साथ दूसरी शादी की।
-वे आज भी लोगों के दिलों पर राज करती हैं। सुनिधि ने शीला की जवानी, भागे रे मन, महबूब मेरे, धूम मचाले, बीड़ी जलइले, चोर बजारी जैसे और भी कई सारे सुपरहिट गाने म्यूज़िक इंडस्ट्री को दिए हैं। सुनिधि कहती है, ‘कोई भी अपनी काबिलीयत के बल पर ही सफल होता है। ईश्वर की कृपा से जो भी मेहनत करता है, उसे कभी न कभी सफलता जरूर मिलती हैं।’