एक माँ बनने का एहसास क्या होता है ? यह बात सनी लियोनी ने तब जानी, जब वह स्वयं माँ बनी | सनी लियोनी ने एक ऐसी बच्ची को गोद लिया है | जिसे गोद लेने से पहले ही ग्यारह माता –पिता ने गोद लेने से इनकार कर दिया था | लेकिन आज से एक साल पहले ही सनी लियोनी ने बिना बच्ची को देखे ही गोद लेने के लिए हां कह दि थी | क्योकि बिना स्वार्थ के जिस बच्चे को माँ अपनाती है या पालती है, वही माँ , माँ कहलाती है |
सनी लियोनी के इस निस्वार्थ भाव के नजरिये को देखते हुए लगता है कि जिन्दगी में इंसान कितना भी बड़ा क्यों न हो जाए लेकिन उसे यह नही भूलना चाहिए कि वह भी एक समय में बच्चा था और उसे भी किसी माँ ने निस्वार्थ भाव से पाला है | CARA ( सेंट्रल एडॉप्शन रिसोर्से अथोरिटी) के अनुसार सनी लियोनि बच्ची को लेकर बहुत खुश है और साथ ही उन्होंने हर माता-पिता कि तरह बच्चो को गोद लेने कि प्रक्रिया में हमारी मदद की है |
सनी लियोनि एक आदर्श माँ बनने की पूरी कोशिश कर रही है, क्योकि जिस तरह सनी लियोनि ने बिना बच्ची की फिसिकल रिपोर्ट देखे और बिना बेगग्राउंड देखे और साथ ही न रंग रूप को मानते हुए बच्ची को अपनाया है यह उन सभी ग्यारह माता-पिता के लिए शिक्षा है जिन्होंने एक दो साल कि नन्ही सी जान को अपनाने से इनकार कर दिया था | लेकिन अच्छी बात यह है कि जहां सनी लियोनि अपने पति के साथ बच्ची को लेकर खुश है वही दो साल कि बच्ची भी अपने माता-पिता से मिलकर बहुत खुश है | और एक नए जीवन को जिने के लिए तैयार है |