एक बार फिर जेल जाएगा बाहुबली नेता शहाबुद्दीन
आज सभी की नज़रें सुप्रीम कोर्ट के एक अहम फ़ैसले पर टिकी हुई थी। दरअसल सुप्रीम कोर्ट ने बिहार के बाहुबली नेता शहाबुद्दीन की जमानत याचिका को रद्द कर दिया है। अदालत के इस फैसले के साथ ही अब शहाबुद्दीन को दोबारा जेल में जाना पड़ेगा। इसके साथ ही कोर्ट ने शहाबुद्दीन को जल्द से जल्द सरेंडर करने के आदेश भी दिए हैं। बता दें कि शहाबुद्दीन की जमानत के खिलाफ पिछले दो दिनों से सुनवाई की जा रही थी लेकिन शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट ने हाईकोर्ट के फैसले को रद्द करते हुए शहाबुद्दीन को तुरंत गिरफ्तार करने के आदेश दिए हैं।
ये आरोप लगे थे शहाबुद्दीन पर
राजद के पूर्व सांसद शहाबुद्दीन पर तीन हत्याओं के दो अलग-अलग मामलों में आरोपी ठहराया गया है। बता दें कि 16 अगस्त 2004 को सीवान के गोशाला रोड में रहने वाले कारोबारी चंद्रकेश्वर प्रसाद (चंदा बाबू) के दो बेटों सतीश और गिरीश का अपहरण हुआ था। सतीश और गिरीश के बड़े भाई राजीव रोशन ने गवाही दी कि शहाबुद्दीन की मौजूदगी में उसके दोनों भाइयों को तेजाब से नहलाकर मार डाला गया था। हाईकोर्ट के आदेश पर शहाबुद्दीन के खिलाफ मामले की सुनवाई शुरू हुई। इसी बीच, 16 जून 2014 को अहम गवाह राजीव की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इसमें शहाबुद्दीन के साथ उनका बेटा ओसामा भी आरोपी है। ग़ौरतलब है कि दोहरे हत्याकांड में शहाबुद्दीन को पहले ही जमानत मिल चुकी थी।
सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को लगाई फटकार
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए सुप्रीम कोर्ट ने बिहार सरकार को कड़ी फटकार भी लगाई थी। कोर्ट ने सख्त लहज़े में बिहार सरकार से पूछा, क्या शहाबुद्दीन को जमानत मिलने तक आप नींद में थे?… बता दें कि इससे पहले शहाबुद्दीन के वकील ने कहा कि उनके मुवक्किल को अभी तक चार्जशीट की कॉपी भी नहीं दी गई है। बेंच ने इससे सहमति जताई और कहा कि ट्रायल कोर्ट पिछले डेढ़ साल से इसके लिए कह रहा है। फिर भी ऐसा नहीं हुआ। हमारे लिए ट्रायल कोर्ट की कार्यवाही किसी दूसरे ग्रह की नहीं है। वहीं दूसरी ओर याचिकाकर्ता चंदा बाबू के वकील प्रशांत भूषण ने कहा कि शहाबुद्दीन के वकील की बात को पूरी तरह से खारिज कर दिया और कहा सुप्रीम कोर्ट को झूठी कहानी सुनाई गई है।