पनामागेट केस में पाकिस्तानी पीएम नवाज शरीफ को सुप्रीम कोर्ट ने अपने फैसले में भ्रष्टाचार का दोषी पाया और सुप्रीम कोर्ट में 5 जजों की बेंच ने नवाज शरीफ के खिलाफ फैसले में यह भी खा कि NAB दो हफ्तों में नवाज शरीफ और उनके परिवार के खिलाफ केस दायर करें। शरीफ पर पीएम पद पर रहने के दौरान धनशोधन के जरिए लंदन में संपत्ति बनाने के आरोप साबित हुए हैं और इसका खुलासा पिछले साल पनामा पेपर लीक में हुआ था। दोषी ठहराए जाने के बाद अब वे पीएम पद के लिए अयोग्य हो गए हैं। वे पाकिस्तान के रिकार्ड 3 बार पीएम रहे हैं।
नवाज़ के खिलाफ फैसले में JIT का अहम् रोल
बता दें कि शरीफ के परिवार के विदेश में संपत्ति अर्जित करने के आरोपों की जांच के लिए संयुक्त जांच दल का गठन किया गया था और JIT ने 10 जुलाई को अपनी रिपोर्ट अदालत को सौंप दी थी। रिपोर्ट में कहा गया था कि शरीफ और उनके बच्चों का रहन सहन उनके आय के ज्ञात स्रोत के मुताबिक नहीं है। रिपोर्ट में उनके खिलाफ भ्रष्टाचार का नया मामला दर्ज करने का सुझाव दिया गया था।
शहबाज शरीफ होंगे वज़ीर-ए-आज़म?
नवाज शरीफ को अब कुर्सी छोड़नी पड़ेगी। उम्मीद की जा रही है कि उनके छोटे भाई शहबाज शरीफ की पीएम पद पर ताजपोशी तय है। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पाकिस्तान के पीएम नवाज शरीफ को अगर सुप्रीम कोर्ट संवेदनशील पनामा पेपर्स मामले में कथित भ्रष्टाचार और मनी लॉन्ड्रिंग के लिए अयोग्य ठहराने के बाद उनके छोटे भाई एवं पंजाब प्रांत के सीएम शहबाज उनकी जगह ले सकते हैं।
शहबाज को चुनाव लड़ना होगा
शहबाज पाकिस्तानी संसद के निचले सदन नेशनल असेम्बली के सदस्य नहीं हैं, जिसके चलते वह फौरन उनका स्थान नहीं ले सकते और उन्हें चुनाव लड़ना होगा। पाकिस्तानी चैनल जियो न्यूज ने सूत्रों के हवाले से बताया कि शहबाज के उपचुनाव में चुने जाने तक रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ के 45 दिनों तक अंतरिम पीएम के तौर पर कार्यभार संभालने की संभावना है। यह निर्णय सत्तारूढ़ पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज (PML-N) की उच्च स्तरीय बैठक में लिया गया.