आम जनता को मिलेगी ये नई ट्रेन, सुरक्षा के साथ होगा लंबी दूरी का सफर
आम जनता आजकल लोकर कोच में सवारी करती हैं क्योंकि रिजर्वेशन कराना उनके बस में नहीं होता। आमतौर पर रेल्वे में बहुत सफाई होती है ये लेकिन ये सफाई आपको जनरल कोच में कम ही देखने को मिलती है। सुरक्षा की दृष्टि से भी कई कोच खरा नहीं उतर पाए हैं पिछली कई रेल्वे दुर्घटनाओं को देखें तो साफ तौर पर रेल्वे में सुरक्षा की कमी दिखती है।
अब जो भारत के आम आदमी के दिन अब आने वाले है। दरअसल रेल मंत्री सुरेश प्रभु एक ऐसी ट्रेन लाने जा रहे हैं जो सुरक्षा की दृष्टि से काफी अच्छी होगी और ये आम जनता को ही समर्पित होगी। आमतौर पर लंबी दूरी की गाड़ियों में रिजर्वेशन के ज़्यादा डिब्बे होते हैं। ऐसे में आम जनता जो जनरल बोगी में सफर करती है वो परेशान होती है। इसी समस्या को दूर करने के लिए सुरेश प्रभु अंत्योदय एक्सप्रेस लॉन्च करने जा रहे है।
रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने आधुनिक डिजाइन और बेहतर सुविधाओं वाली अंत्योदय ट्रेन का अवलोकन किया। लंबी दूरी के सफर के लिए विशेष रूप से तैयार यह ट्रेन लगभग राजधानी की रफ्तार से चलेगी। अंत्योदय ट्रेन चलाने की घोषणा रेल मंत्री ने पिछले साल के रेल बजट में की थी। सफदरजंग रेलवे स्टेशन पर इस ट्रेन को देखने के बाद प्रभु ने कहा, ‘मैं यह ट्रेन आम जनता को समर्पित करता हूं।
सुविधाओं से लैस अंत्योदय एक्सप्रेस जनरल बोगियों वाली लंबी दूरी की पहली पूरी ट्रेन है, जिसे गरीब यात्रियों के लिए सुविधाजनक और आकर्षक बनाने का पूरा प्रयास किया गया है। इसकी बाहरी सतह पर लाल और पीले रंग में विशेष एंटी-ग्रैफिटी कोटिंग की गई है, ताकि इस पर पीक और गंदगी के दाग न जमने पाएं। भीतर से ये बोगियां दीनदयालु कोच से भी बेहतर हैं। मोबाइल और लैपटॉप चार्ज करने के लिए प्वाइंट दिए गए हैं।
इसमें सामान लटकाने के लिए विशेष हुक, टॉयलेट ऑक्यूपैंसी इंडीकेटर के अतिरिक्त गलियारे की फर्श पर एलईडी लाइटिंग लगाई गई है। कोच को हल्का रखने के लिए इनमें एल्युमिनियम का अधिक इस्तेमाल किया गया है। रेलवे बोर्ड ने अंत्योदय एक्सप्रेस को मुंबई-टाटानगर के अलावा छह अन्य रूटों पर भी चलाने की योजना बनाई है। इनमें हावड़ा-एर्नाकुलम, बांद्रा-गोरखपुर, दरभंगा-जांलधर, संतरागाछी-चेन्नई, बिलासपुर-फिरोजपुर तथा जयनगर-उधना रूट शामिल हैं।
आपको बता दें कि आप रेल्वे कोच की सुरक्षा का पता उनके कोच के रंग को देखकर भी लगा सकते है। आपको आमतौर पर दो तरह के कोच ज़्यादा देखने को मिले होंगे। पहला तो नीले रंग के कोच और दूसरे लाल रंग के कोच। अगर सुरक्षा की दृष्टि से देखा जाए तो लाल रंग के कोच ज़्यादा सेफ होते है। जिस तरह की टेक्नोलॉजी का प्रयोग लाल रंग के कोच में किया जाता है ठीक उसी तरह की टेक्नोलॉजी का यूज इनमें भी किया जाएगा। इनके बारे में ज़्यादा जानकारी के लिए यूथेन्स न्यूज की ये स्टोरी जरूर पढ़ें- क्या है नीले और लाल रंग के डिब्बों का राज
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