राम मंदिर निर्माण नहीं करने का मोदी के पास कोई बहाना नहीं
पुरी पीठ के आदिगुरू शंकराचार्य स्वामी निश्चलानंद ने अयोध्या में राम मंदिर निर्माण एवं देश में गो रक्षा के मामले पर कहा कि भाजपा राम-भक्तों के रंग में रंग कर सत्ता में आई है, ऐसे में अब कोई बहाना नहीं चलेगा। शंकराचार्य ने आज यहां पत्रकारों से बात करते हुए राम मंदिर एवं गौ-रक्षा के प्रश्न पर कहा कि भाजपा के नेता लालकृष्ण आडवाणी और अटलबिहारी वाजपेयी राम रथ पर सवार होकर सत्ता में आए और वर्तमान पीएम नरेंद्र मोदी भी अगर गुजरात में गोधरा नहीं होता तो वे इतने वर्षों तक बहुमत से ना तो गुजरात के सीएम होते और ना ही आज पीएम होते। पूर्व प्रधानमंत्री वाजपेयी के पास अल्पमत था, ऐसे में राम मंदिर का निर्माण मोदी करवाए अन्यथा फिर से आंदोलन होगा और मंदिर निर्माण अवश्य होगा।
वेटिकन को देश का दर्जा, तो शंकराचार्य पीठों को क्यों नहीं
उन्होने वाजपेयी सरकार में रामजन्मभूमि पर हुई खुदाई को प्रमाणिक बताते हुए मंदिर निर्माण में बाधक बने राजनेताओं को भी आड़े हाथों लिया। उन्होंने कहा कि गो रक्षा करने के लिए आवाज उठाने वालों को देशद्रोही बताना बंद करे। उन्होंने कहा कि जब वेटिकन सिटी में ईसाई समुदाय के सबसे बड़े धर्मगुरू का निवास होने के कारण उसे देश घोषित किया जा सकता है तो विश्व को विज्ञान देने वाले शंकराचार्य की चारों पीठों को धार्मिक राजधानी घोषित क्यों नहीं किया गया है। यह सरकार ना होने का अथवा अल्पमत का बहाना था लेकिन मोदी के पास कोई बहाना नहीं है और वे बहुमत की सरकार चला रहे है, फिर भी अयोध्या हिन्दु समाज के लिए दु:ख का विषय है।
इन्दिरा, सोनिया, राबर्ट, वसुंधरा एवं मुलायम पर हिंदू धर्म को नष्ट करने को लेकर तीखे प्रहार
उन्होंने दलाई लामा को आध्यात्मिक गुरू बताते हुए कहा कि आज वे भी अपने स्थान के सर्वोच्च पद पर नहीं है। शंकराचार्य ने जवाहरलाल नेहरू से लेकर इन्दिरा गांधी, सोनिया गांधी, राबर्ट वाड्रा, वसुंधरा राजे एवं मुलायमसिंह पर भी हिंदू धर्म को नष्ट करने को लेकर तीखे प्रहार किये।
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