Wednesday, August 30th, 2017
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देश में बढ़ा है आतंक का साया, हमले रोकने में नवाज से भी पीछे हैं मोदी




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पूरी दुनिया में आतंक के ख़ौफ़ ने अपने पैर पसारे हैं और दुनिया के कई देश तो आतंकी हमलों की वजह से तबाह हो गए हैं। आतंकी हमलों से त्रस्त देशों की एक सूचि अमेरिका से जारी की गई है जिसमे भारतियों के लिए बुरी खबर है। जो लिस्ट अमेरिका ने जारी की है उसमे भारत, आतंक के साए में जी रहे देशों में पाकिस्तान से भी आगे निकल गया है। और भारतीय प्रधानमन्त्री नरेंद्र मोदी आतंकी हमलों को रोकने में नाकामयाब रहे हैं और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ़ से पीछे हैं।

आतंक से परेशान देशों में पहले भारत किस पायदान पर था। यहाँ पढ़े 

लिस्ट में बताया है कि इराक सबसे ज्यादा आतंकी हमले झेलता है इसके बाद दूसरे नंबर पर अफगानिस्तान है और अब तीसरे नंबर पर भारत है। जहाँ पहले तीसरे नंबर पर पाकिस्तान हुआ करता था। यूएस स्टेट डिपार्टमेंट के इस डाटा के अनुसार 2016 में दुनिया के अलग-अलग कोनों में 11,072 आतंकी हमले हुए। इसमें से 927, यानी कुल 16 प्रतिशत हमले भारत में हुए। यह आंकड़ा 2015 में 798 था। इन हमलों में मरने वालों की संख्या 17 प्रतिशत बढ़ गई। 2015 में हुए हमलों में 500 घायल हुए वहीं 2016 में आंकड़ा 636 तक पहुंचा।

पाकिस्तान में भारत के मुकाबले आतंकी हमलों की संख्या घट गई। 2015 में वहां 1,010 हमले हुए जो कि 2016 में 734 के मुकाबले कम थे। इस रिपोर्ट में भारतियों को एक और झटका दिया गया है। इसमें नक्सल को तीसरा सबसे खतरनाक आतंकी संगठन बताया है। जिसका नंबर आईएस और तालिबान के बाद आता है। नक्सल को बोको हरम से ज्यादा खतरनाक बताया गया है। सीपीआई (माओवादी) का 2016 में हुए 336 हमलों में नाम आया। जिसमें 174 लोगों की जान गई और 141 जख्मी हुए। 2016 का सबसे खतरनाक हमला बिहार में हुआ था। उसमें सीआरपीएफ के 16 जवान मारे गए थे। वह हमला नक्सलियों ने किया था।

2016 में आधे से ज्यादा आतंकी हमले चार राज्यों में हुए। इसमें जम्मू कश्मीर, छत्तीसगढ़, मणिपुर और झारखंड शामिल हैं। सबसे ज्यादा खराब हालत जम्मू कश्मीर की है। पिछले साल ऐसे हमलों में 93 प्रतिशत की बढ़ोतरी देखी गई। हालांकि, गृह मंत्रालय की रिपोर्ट में इसे 54 प्रतिशत बढ़ा हुआ दिखाया गया था। रिपोर्ट के मुताबिक, किडनैपिंग, बंदी बनाने के मामलों में 63 प्रतिशत की कमी आई है। 2015 में ऐसे 866 मामले सामने आए जो कि 2016 में घटकर 317 रह गए।

रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत में आतंकी साजिश को अंजाम देने की फिराक में एक दो नहीं बल्कि पूरे 52 ग्रुप बैठे रहते हैं। जो कि बाकि देशों के मुकाबले सबसे ज्यादा है। देशभर में आतंक फैलाने के पीछे 2016 में 334 संगठन की पहचान हुई है। यह संख्या 2015 में 288 थी।

 

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