तुर्की में बड़ा हमला, मातम में बदला न्यू ईयर का जश्न
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तुर्की के नए साल का आगाज मातम के साथ हुआ। भले ही नए साल के साथ तारीख बदली हो, लेकिन आतंकियों के नापाक इरादों में कोई बदलाव नहीं आया है। साल के पहले ही दिन तुर्की में 2017 पहला बड़ा आतंकी हमला हुआ है। मिली जानकारी के अनुसार अब तक इस हमले ने 39 लोगों की जान ले ली है। जबकि 40 से ज़्यादा लोग घायल हुए हैं। बता दें कि यह आतंकी हमला इस्तांबुल के सबसे लोकप्रिय रेइना नाइट क्लब में हुआ है। नए साल के जश्न के दौरान दो बंदूकधारी क्लब के अंदर घुसे और गोलियां बरसाना शुरू कर दिया। सूत्रों के मुताबिक ,हमलावार सांता क्लॉज की ड्रेस में आए थे।
कुछ लोगों ने ऐसे बचाई जान
स्थानीय न्यूज़ चैनल्स के अनुसार हमले से डरे कुछ लोगों ने पास ही स्थित बॉसफोरस नदी में छलांग लगा दी और अपनी जान बचाने की कोशिश की। मीडिया रिपोर्ट्स की माने तो जिस वक्त यह हमला हुआ उस वक्त क्लब में तकरीबन 700 से 800 लोग मौजूद थे। इस हमले के बाद से पुलिस ने क्लब के आसपास का करीब 2 किमी का इलाका सीज कर दिया है। बता दें कि इस हमले को इस्तांबुल के गवर्नर वासिप साहिन ने इसे एक आतंकी हमला बताया है।
वैसे यह पहला मौका नहीं है जब यहां पर इस तरह का हमला हुआ हो। इससे पहले भी यहां पर ऐसे हमले हो चुके हैं। 10 दिसंबर को एक फुटबॉल स्टेडियम के पास दो धमाके हुए थे। जिसमें 44 लोगों की मौत हो गई थी जबकि 149 लोग जख्मी हो हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी तुर्की के कुर्दिश आतंकी गुट ने ली थी। इस खौफनाक हमले को लोग भूले भी नहीं थे कि महज एक हफ्ते बाद एक कार में ब्लास्ट किया गया जिसमें 14 पुलिस जवानों की मौत हो गई और दर्जनों घायल हो गए। जून में तुर्की के कमाल अतातुर्क एयरपोर्ट पर हुए ट्रिपल सुसाइड धमाके में 47 लोग मारे गए थे। वहीं अगस्त में एक शादी समारोह में हुए आतंकी हमले में 34 बच्चों समेत 57 लोग मारे गए।
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