Friday, September 1st, 2017 19:42:48
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इस देश में वैश्यावृत्ति है बैन, फिर भी GDP में है बड़ा योगदान




इस देश में वैश्यावृत्ति है बैन, फिर भी GDP में है बड़ा योगदानTravel

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आपने कई ऐसे उद्योगो के बारे में सुना होगा जिसका टर्न ओवर करोडो में होता है| आज हम आपको एक ऐसे उद्योग के बारे में बताएँगे जिसका टर्न ओवर तो करोडो में है और जो कि देश की जीडीपी टूरिज्म इंडस्ट्री में भी 10% का हिस्सा रखता है और जिसकी वजह से सरकार को विकास के लिए एक अच्छी खासी इनकम आती है लेकिन 70 सालो से यह उद्योग अवैध है|

हम बात कर रहे है थाईलैंड के पटाया शहर की जहाँ 1,000 से अधिक मसाज पार्लर है जो अवैध रूप से वेश्यावृत्ति रैकेट चलाते है| यह एक  प्रमुख सेक्स पर्यटन हॉटस्पॉट है| आश्चर्य की बात तो यह है कि, वेश्यावृत्ति पिछले 70 सालो से देश में अवैध है फिर भी यह दक्षिण-पूर्व एशिया में सेक्स पर्यटन का केंद्र है। आपको बता दे कि थाईलैंड की राजधानी बैंकॉक की सड़कें थाई लड़कियों से अपने शरीर की मालिश के लिए प्रसिद्ध हैं|

एक तरफ यहाँ एक व्यक्ति की न्यूनतम मजदूरी 570 रुपये प्रति दिन होती है| जबकि वेश्याओं की 220 रु| वही दूसरी तरफ सेक्स वर्कर, उच्च समाज के लोगों के पास से प्रति दिन 5700 रुपये कमाते है| जिससे कुल 12,44,627 रुपये थाईलैंड में वेश्यावृत्ति से एकत्र किया जाता है| साथ ही यहाँ सेक्स सेक्टर का फाईनेंशियल टर्न ओवर 8000 करोड़ से 22,000 करोड़ के बीच है|

एक सर्वे के मुताबिक, यहाँ की हर दस में से एक वैश्या की उम्र 17 साल से कम है और दुनिया में वेश्याओं की कुल संख्या 13,828,700 है| वैसे जून 2016 में, बैंकॉक पुलिस ने विभिन्न वेश्यावृत्ति क्षेत्र में छापा मारा और 100 से अधिक सेक्स वर्करों को गिरफ्तार भी किया था| एचआईवी और एड्स का डेटा एकत्र करनेवाली संस्था एवीईआरटी के अनुसार ‘थाईलैंड में अधिक से अधिक 1,23,000 यौनकर्मी रहते है’ और हैवोकस्कोप के अनुसार ‘यहाँ अधिक से अधिक 2,50,000 लोग वेश्यावृत्ति के साथ जुड़े हुए हैं|’

साथ ही पर्यटन मंत्री कोबकरण के अनुसार, “लोग थाईलैंड में खूबसूरत संस्कृति के लिए आते है ना कि सेक्स उद्योग के लिए तो, हम थाईलैंड के सेक्स उद्योग को पूरी तरह से समाप्त करने की कोशिश कर रहे हैं|”

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