अभी तक यह आम धारणा है कि नेता सिर्फ वहीं बनता जिसके यहां पीढ़ियां ही राजनीति में आती है और राजनीति जन्मजात है। राजनीति में वहीं जा सकते है जिसका राजनीति में अच्छा दबदबा हो। लेकिन बदलते समय के साथ आज राजनीति में जाने के लिए प्रोफेशनल ट्रेनिंग की कमी महसूस की जा रहीं है। समय के साथ इस जरूरत को देखते हुए आज 2 से 3 इंस्टीट्यूट है जो नेता बनने के साथ लीडरशिप के लिए भी ट्रेनिंग दे रहे है। वह भी प्रोफेशन के तौर पर। मुबंई ठाणे में रामभाऊ महालगी प्रबोधिनी इंस्टीट्यूट स्थित है यहां पर किसी भी पार्टी के नेता आकर राजनीति के गुर सीख सकते है। सबसे खास बात यह है कि इस इंस्टीट्यूट में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी की बाजपेई सहीत कई राज्यों के मुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्री पढ़ा चुके हैं।
इस संस्थान मं अब तक केवल शॉर्ट टर्म कोर्स ही कराए जाते थे। लेकिन जरूरत को ध्यान में रखते हुए इस साल अगस्त में पहली बार नेताओं के लिए भी इंडियन इंस्टीट्यूट ऑफ डेमोक्रेटिक लीडरशीप के तहत पीजी लेवल का कोर्स शुरू हो रहा है। 40 सीटों के लिए अब तक 400 से ज्यादा आवेदन आ चुके हैं। इनमें बीजेपी के नेताओं सहित शिवसेना और कई नेताओं ने आवेदन किया है। फिलहाल आवेदन की अंतिम तारिख 30 जून है। इंस्टीट्यूट की पूरी जानकारी नेक्स्ट पेज पर