राजस्थान के उदयपुर में सबसे छोटे और कम वजनी शिशु की हार्ट सर्जरी मेडिकल साइंस में एक इतिहास बन गई है। एक नवजात जिसका जन्म के वक्त वजन 470 ग्राम था यानि सिर्फ एक हथेली का आकार था। वह समय से पहले 5.5 महीने में पैदा हो गया। उसकी आंखें भी नहीं खुली थीं, फेफड़े भी विकसित नहीं हुए थे, त्वचा कागज की तरह थी और उसके हार्ट में भी कॉम्प्लीकेशन्स थे। इसी के चलते जन्म के 15 दिन बाद उसे हार्ट सर्जरी के लिए ले जाया गया और अब वे पीडीए यानि पेटेंट डक्टस आर्टरियस के लिए सबसे छोटा बच्चा बन गया है।
जीवंता चिल्ड्रन हॉस्पीटल के प्रबंधक डॉ.सुनील जांगिड़ ने बताया कि दुनिया में मेडिकल के इतिहास में ये सबसे अनूठा मामला है। गीतांजलि हॉस्पीटल के कार्डियक सर्जन डॉ.संजय गाधी और उनकी टीम ने सफल ऑपरेशन कर विश्व में चिकित्सा के क्षेत्र में एक नया रिकॉर्ड स्थापित किया है।
डॉ.गांधी ने बताया कि बच्चे के फेफड़े और दिल में सूजन थी, फेफड़ों में से खून बह रहा था , जिससे वह सांस नहीं ले पा रहा था , उसे वेंटीलेटर से हटाना संभव नहीं था। दोनों धमनियों के जुड़े होने से ह्दय पर ज्यादा दबाव पड़ रहा था , जिससे शिशु की मृत्यु भी हो सकती थी। बच्चे के कम शारीरिक विकास के चलते सांस की नली डाली गई और उसे जीवित रखने के लिए ग्लूकोज, पोषण को-सेंट्रल लाइन द्वारा दिया गया। आपको बता दे कि मेडिकल के इतिहास में इससे पहले सबसे कम वजनी 550 ग्राम शिशु का वर्ष 2014 में मुंबई के कोकीला बेन हॉस्पीटल में सफल ऑपरेशन किया गया था।