“oxidative stress”करना है कम, तो अपनाएं ये उपाय
स्टार्टअप की दुनिया में सबकुछ ठीक नहीं चल रहा है। 20 से 30 साल वाले बिजनेसमेन अपने ऑनलाइन बिजनेस को बनाने के लिए इंवेस्टर्स के पैसे के दबाव के साथ ही चिंता, तनाव, अनिद्रा जैसी समस्याएं महससू करने लगे हैं। इनिशियल वेंचर स्ट्रेस और बाद के वित्त पोषण के लिए इंवेस्टर को तलाशना है कयोंकि ये वेंचर कैपिटल फर्म टार्ट अप फाउंडर्स के लिए परफॉर्मेंस टारगेट को तय करती है। इसमें कांपटीशन की कमी नहीं है। बॉडी सेल्स को डैमेज होने से बचाने के लिए ह्यूमन बॉडी में नेचुरल मैकेनिज्म होता है। चिंता के कारण लंबे समय तक तनाव में रहने से हमारा शरीर प्रचुर मात्रा में फ्री रेडिकल बनाता है। इस कंडीशन को क्रॉनिक ऑकसीडेटिव स्ट्रेस कहते हैं। यह सेल्स को तोड़ता है जो लोगों की एजिंग और डिसीज का कारण बनते हैं। इस ऑकसीडेटिव स्ट्रेस का सामना कैसे करें बता रही हैं स्पा एंड वेलनेस एकसपर्ट खुशबू जैन।
खाएं एंटीऑकसीडेंट्स-
लो फैट डाइट को एंटीऑकसीडेंट्स से भरपूर फल और सबिजयों के साथ खाएं। साबुत अनाज, ओमेगा- थ्री, फैटी एसिड दिमाग की प्रतिरोधक क्षमता को बूस्ट करने में बहुत मदद करते हैं,जो फ्री रेडिकल की वजह से कमजोर हो जाते हैं। ज्यादा से ज्यादा हरी चीजों का सेवन करें और दूध से बनी चीजों से परहेज करें।
आरामदायक क्रॉस लैग की अवस्था में बैठें। दाहिने नथुने को दाहिने अंगूठे से बंद करें। फिर बाईं नाक से गहरी सांस लें। इसके बाद बायें नथुने को दाएं हाथ की रिंग फिंगर की मदद से बंद करें और सांस को दाहिने नथुनों से बाहर निकाल दें। आपके शरीर में ऑकसीजन का फलो होगा और फ्री रेडिकल्स की भी सफाई होगी।
कहा जाता है सबकुछ मन से है। इसलिए पॉजिटिव सोचें। आपको ये सोचना शुरू करना चाहिए कि यह होगा और ऐसा करके अपने सेल्स के लेवल को नीचे आने का पॉजिटिव मैसेज दें। पॉजिटिव एनर्जी के साथ आपको मानसिक रूप से भी मजबूत बनना होगा।
शिरोधारा । ये एक ऐसी थैरेपी है जिसमें मेडिकेटिड ऑयल को सिर और शरीर में लगाया किया जाता है। मेडिकेटिड ऑयल से भरे बर्तन को निश्चित ऊंचाई पर लगाया जाता है। मसाजर इस बर्तन को आगे-पीछे झुलाता है। जिससे तेल लगातार आपके माथे पर गिरता रहता है। यह स्ट्रेस , इंसोमनिया के लिए बेस्ट मसाज थैरेपी है।