उत्तराखंड में बनी कांग्रेस की सरकार, मनाया जश्न
उत्तराखंड में ये तो पहले से ही साफ था कि हरीश रावत फिर से सीएम बनने वाले है लेकिन फ्लोर टेस्ट पर सुप्रीम कोर्ट का नतीजा आने से ये और भी ज्यादा पुख्ता हो गया है। हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने ये ऐलान कर दिया है कि उत्तराखंड में फिर से हरीश रावत की सरकार बन चुकी हैं कोर्ट ने बताया है कि हरीश रावत के पक्ष में 33 विधायक थे और बीजेपी के पक्ष में 28 विधायकों ने अपना मत दिया। कोर्ट में केंद्र सरकार ने अपने पैर पीछे खींचते हुए कहा कि राज्य से राष्ट्रपति शासन हटाया जाएगा। इसी के साथ मामले का पूरा निपटारा हो गया है। कोर्ट ने कहा कि मामले की सुनवाई आगे भी होगी। सुप्रीम कोर्ट ने केंद्र को राष्ट्रपति शासन हटाने की इजाजत दे दी है।
मंगलवार को फ्लोर टेस्ट खत्म होने के बाद से ही कयास लगाएं जा रहे थे कि उत्तराखंड में कांग्रेस की ही सरकार बनेगी। और फिर से हरीश रावत सीएम का पद संभालेंगे। फ्लोर टेस्ट खत्म होने पर कांग्रेस नेताओं ने विक्ट्री साइन भी बताया। जिससे कांग्रेस प्रेमियों में खुशी की लहर दौड़ उठी और वे कल से ही जश्न मनाने लगे। जीत की निश्चितता कल ही हो चुकी थी। सिर्फ सुप्रीम कोर्ट का फैसला आना बाकी था। निर्दलीय विधायक हरीशचंद्र दुर्गा ने कहा कि हरीश रावत को पीडीएफ के छह विधायकों का समर्थन मिला। वोटिंग प्रक्रिया के बाद हरीश रावत ने विक्ट्री साइन बनाया़.
सुप्रीम कोर्ट के फैसले आने से पहले मंगलवार को भाजपा 28 पर सिमटी रही, जबकि कांग्रेस को 33 वोट मिले़ कांग्रेस विधायक रेखा आर्या के भाजपा के पक्ष में और भाजपा विधायक भीमलाल आर्य के कांग्रेस के पक्ष में जाने की खबर भी है. भाजपा विधायक गणेश जोशी ने कहा कि हम सैद्धांतिक रूप से जीते, लेकिन आंकड़ों में हार गए। कांग्रेस ने वोट हासिल करने के लिए धन बल का सहारा लिया़ वोटिंग प्रक्रिया के लिए सुप्रीम कोर्ट ने 11 से 1 बजे तक राष्ट्रपति शासन हटाने की व्यवस्था दी थी।
वोटिंग प्रक्रिया के बाद करीब 12 बजे सभी विधायक विधानसभा से बाहर आ गये। अल्मोड़ा जिले के सोमेश्वर से कांग्रेस विधायक रेखा आर्य के भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट के साथ उनकी कार से विधानसभा पहुंचने से यह पहले ही साफ हो गया था कि वह रावत के खिलाफ वोट देंगी। इसी तरह पिछले काफी दिनों से भाजपा नेताओं से दूरी बनाये हुए टिहरी जिले की घनसाली सीट से विधायक भीमलाल आर्य भी कांग्रेस विधायकों के साथ विधानसभा पहुंचे थे।
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