वॉट्सऐप की बदली पॉलिसी पड़ सकती है यूज़र्स की प्राइवेसी पर भारी
वॉट्सऐप और फेसबुक दोनों अपनी पॉलिसी से मुकर कर अपनी पॉलिसी में बदलाव करने जा रहे है इसका असर सोशल मीडिया यूज़र्स की प्राइवेसी पर पड़ सकता है। वॉट्सऐप ने कहा है कि वह अपनी पैरेंट कंपनी फेसबुक से यूज़र्स की इंफॉर्मेषंस को शेयर करेंगा। इसका असर ये होगा कि फेसबुक को वॉट्सऐप यूजर के नंबर को देखने का अधिकार होगा साथ ही फेसबुक की नज़र यूज़र्स के षेयर डाटा पर भी होगी।
पहले ये कहा था वॉट्सऐप ने
फेसबुक को एकवायर करने पर वॉट्सऐप ने कहा था कि हम यूज़र की प्राइवेसी का ध्यान रखेगे। हमने वॉट्सऐप इसीलिए बनाया था कि लोग एक-दूसरे को जान सकें और आपकी प्राइवेसी भी सिक्योर रहे।
अब वॉट्सऐप का ये कहना है
ये यूजर्स के लिए एक अच्छा एक्सपीरियंस होगा। किसी मायने में ये थोड़ा परेशानी भरा भी हो सकता है क्योंकि वॉट्सऐप की प्राइवेट इन्फॉर्मेशंस मैसेज को ऐड की तरह यूज़ किया जाएगा। जो कि फेसबुक का बिजनेस है लेकिन हम आपको फॉस्टेस्ट, रिलायबल और सिंप्लेस्ट फैसिलिटी देने के लिए कमिटेड है। साथ ही हम अपने यूज़र्स को विश्वास दिला रहे है कि उनकी प्राइवेट कम्युनिकेशन से छेड़छाड़ नहीं होगी।
फेसबुक और वाट्सऐप की बढ़ सकती है मुसीबत
– इस मामले में एफटीसी ये पूछ सकती है कि वाट्सऐप ने किसकी परमिशन से पॉलिसी बदली है। जबकि 2014 में इसकी बात तक नहीं कहीं गई थी। बता दें कि एफटीसी एक तरह की लॉ एन्फोर्समेंट एजेंसी है।
– 2014 में फेसबुक ने वॉट्सऐप का अधिग्रहण किया था। उस समय फेडरल ट्रेड कमीशन के ब्यूरो ऑफ कंज्यूमर प्रोटेक्शन ने कई कंपनियों को लेटर लिखा था, जिसमें यूजर्स से किए गए वादों को निभाने की बात कही गई थी। यह भी कहा था कि अगर ऐसा नहीं होता है तो इसे ट्रेड पॉलिसीज का वॉयलेन माना जाएगा और कंपनी को जांच का सामना करना पड़ेगा। बाद में फेसबुक के सीईओ मार्क जुकरबर्ग ने कहा था कि वॉट्सऐप को लेकर हम कोई प्लान चेंज करने नहीं जा रहे। वॉट्सऐप यूजर्स की जानकारी सेफ रहेंगी।