जान लीजिए किस अांधी का नाम है सौरभ भारद्वाज, जिसने कर डाली EVM हैक
आम आदमी पार्टी के कर्ता-धर्ता और प्रमुख नेम-फेम वाले नेता अरविंद केजरीवाल पिछले दिनों टैंकर मामले को लेकर विवादों में घिर गए। उन्हीं के नेता कपिल मिश्रा ने उन पर आरोप लगाए लेकिन इन सबके उलट आज आम आदमी पार्टी ने दिल्ली विधानसभा सदन में कुछ ऐसा कर दिखाया कि लोग देखते रह गए।
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दुनिया में एक इंजीनियर चाहे न तो बहुत कुछ कर सकता है ऐसा कई फिल्मों में दिखाया गया है लेकिन आज एक नेता जो पहले इंजीनियर था उसने अपनी पूरी स्किल लगाकर ईवीएम को हैक करने का तरीका बता दिया। बात चौंकाने वाली है लेकिन सच है। यूपी में बीजेप की जीत के बाद से ही ईवीएम मशीन पर कई सवाल उठाए जा रहे थे। इलेक्शन कमीशन ने इसे लेकर अपनी सफाई भी दी थी और कहा था कि ईवीएम के साथ छेड़छाड़ संभव ही नहीं हैं।
अब जो भी यूपी इलेक्शन तो ठीक लेकिन दिल्ली के एमसीडी इलेक्शन में आम आदमी पार्टी की हार ये ‘आप’ को स्वीकार नहीं थी। बस इसी को लेकर रिसर्च कर डाली आम आदमी पार्टी के नेता सौरभ भारद्वाज ने। इन्होंने अपनी पूरी रिसर्च करके वो तरीका ढूंढ ही निकाला जिससे ईवीएम को हैक किया जा सकता है। ेसौरभ भारद्वाज ने दिल्ली की विधानसभा सदन में ईवीएम को मीडिया और पूरे सदन के सामने ईवीएम को हैक करके बताया। आप भी देखिए इस वीडियो को फिर आपको बताते हैं कि सौरभ भारद्वाज आखिर है कौन
सौरभ भारद्वाज वो आंधी हैं जिन्होंने दिल्ली के वीआईपी इलाके ग्रेटर कैलाश में बीजेपी के कैंडीडेट वी. के. मल्होत्रा को 13,000 वोटों से हराया था। सौरभ नेता बनने से पहले एक इंजीनियर हुआ करते थे। वे दिल्ली में ही जन्मे और भारतविधापीठ कॉलेज ऑफ इंजीनियरिंग से उन्होंने कंप्यूटर साइंस में इंजीनियरिंग की।
आप से जुड़ने से पहले वे जॉनसन कंट्रोल इंडिया प्राइवेट लिमिटेड गुरूग्राम में नौकरी करते थे। उन्होंने अपने करियर की शुरूआत एनवेसिस नाम की कंपनी में सॉफ्टवेयर इंजीनियर के तौर पर की थी। वे पहले तो इंजीनियर थे लेकिन बाद में उन्होंने एक रेप पीड़िता की मदद के लिए कानून की पढ़ाई भी पढ़ी।
इस पढ़ाई को पढ़ने के बाद उन्होंने रेप पीढ़िता की मदद की और हीरो बन गए। समाज में भी लोग उनके गुणगान गाने लगे। शायद यही वजह थी कि 2013 में हुए चुनाव में उन्हें भारी वोटों से जीत मिली थी। दिल्लीवासियों और खासतौर पर अपने क्षेत्र के लिए वे हमेशा उपलब्ध रहते है, और अब शायद ईवीएम हैक करके उन्होंने जनता की नज़रों में और भी विश्वास बनाया है।
वक्त के साथ अब ये देखना काफी इंट्रेस्टिंग होगा कि क्या ईवीएम को हैक करने का यही तरीका है। क्या ईवीएम को अभी तक हैक करके पार्टियां चुनाव जीत रही है। अगर ये सच हुआ तो केंद्र सरकार पर काफी सवाल खड़े हो सकते है।
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